/हिमाचल के मुख्य मन्त्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खु की माता तथा अन्य मरीजो के साथ चिकित्सको द्वारा सही व्यवहार न किए जाने की सर्वत्र निन्दा ।

हिमाचल के मुख्य मन्त्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खु की माता तथा अन्य मरीजो के साथ चिकित्सको द्वारा सही व्यवहार न किए जाने की सर्वत्र निन्दा ।


शिमला 29 अप्रैल,
हिम नयन न्यूज/ ब्यूरो/ नयना वर्मा

हिमाचल के मुख्य मन्त्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खु की माता जी संसार देई तथा अन्य मरीजो के साथ नादौन चिकिस्सालय में चिकित्सको द्वारा सही व्यवहार न किए जाने की सर्वत्र निन्दा की जा रही है । याद रहे कि हिमाचल में स्वास्थ्य सेवाओ को बेहतर करने के लिए हिमाचल सरकार व केन्द्र सरकार भरपूर प्रयास कर रही है लेकिन इस के बावजूद भी निजी चिकित्सालयो की प्रति लोगो का रूझान बढता ही दिख रहा है ।

लोगो की माने तो यह रूझान सरकारी सेवाएं प्रदान कर रहे कुछ कामचोर प्रबृति के लोगो के कारण पैदा हो रहा है । हिमाचल में आए दिन इस तरह के वाकय किसी न किसी तहसील व जिला मुख्यालय पर देखने व सुनने को मिलते रहते है लेकिन पिछले दिनो इस तरह का वाक्य हिमाचल के मुख्य मन्त्री की अपनी माता जी के साथ भी घटित हो जाएगा इस बात की किसी ने ख्वाब मंे भी नही सोचा होगा ।

मिली जानकारी के मुताबिक हिमाचल के मुख्य मन्त्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू की माता जी नादौन अस्पताल में अपने इलाज के लिए गई तो वहां के चिकित्सक ने अन्य मरीजो के साथ साथ मुख्य मन्त्री की माता जी के साथ भी कथित बदसलूकी कर दी जिस का पता मुख्य मन्त्री को अपनी माता जी को मिलने जाने पर गांव में चला ।
सुखविन्द्र सिंह सुक्खु की माता संसार देई अपने रूटीन चैकअप के लिए नादौन सिविल अस्पताल गई थी जहां उनके साथ अन्य मरीजो के साथ भी चिकित्सक द्वारा सही वरताव नही किया गया ।

चिकित्सको की बात माने तो उन्होने बिना मास्क वाले मरीजो को रोका था लेकिन एक वरिष्ठ नागरिक को चिकित्साल्यो से एक मास्क देने में स्वास्थ्य विभाग कंगाल नही हो जाता । यह दीगर बात है कि यह मामला मास्क का नही था यह किसी चिकित्सक द्वारा आम नागरिको से साथ किए जाने वाला नियमित दुव्यवहार रहा होगा जो अपने क्षेत्र के विधायक जो वर्तमान में प्रदेश के मुख्य मन्त्री है की माता को भी हडकाने से नही झिझकते । चिकित्सा एक समाज सेवा से जुडा व्यवसाय है और लोगो के प्रति चिकित्सको का दुर्व्यवहार खास करके वरिष्ठ नागरिको के साथ अपने आप में इस व्यवसाय से जुडे लोगो के लिए निदंनीय है ।सरकारी सेवा प्राप्त करते सभी कर्मचारी एक शपथ पत्र पर सेवा करने की शपथ लेते है लेकिन स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक जो भगवान का रूप माना जाता है द्वारा इस तरह का व्यवहार अपने आप मंे निंदनीय है ।

हिमाचल सचिवालय से सेवानिवृत अधिकारी जय सिंह वर्मा ने हिम नयन न्यूज को बताया कि हिमाचल के कई अस्पतालो में वरिष्ठ नागरिको के साथ कर्मचारियो को उपेक्षपूर्ण रवैया बहुत ही निदनीय है । उन्होने मांग की है कि इस तरह के सरकारी कर्मचारियो चाहे व चिकित्सक क्यो न हो के विरूघ्द कडी कार्यवाही की जानी चाहिए जिस से इस पवित्र सेवाभाव वाले व्यवसाय को बदनामी से बचाया जा सके तथा समाज को उचित सेवा मिल सके ।

चिकित्सा अधिकारी आर के अग्निहोत्री ने पत्रकारो को बताया कि इस मामले की जांच बैठा दी गई है । रिपोर्ट आने पर आगे कार्यवाही की जाएगी ।