शिमला 4 अगस्त,
हिम नयन न्यूज /ब्यूरो /वर्मा
शिमला के साथ लगती मैहली पंचायत के जागरूक बाशिंदों द्वारा पर्यावरण को बचाने की अपनी मुहिम को आगे बढ़ाते हुए मैहली के चौंरें की धार जंगल में पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया ,जिसमें देवदार, बान, मौरू, बिंउस और बिउल सहित कई अन्य फलदार पौधे रोपित किए गए।
युवक मंडल मैहली के अथक प्रयासों से आयोजित इस पौधरोपण कार्यक्रम में महिला मंडल, विभिन्न स्वयं सहायता समूह की महिलाओं, ग्राम पंचायत मैहली के प्रतिनिधियों और स्थानीय ल्प्गों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और बड़े उत्साह से करीब 250 पौधे रोपित किए और उनके संरक्षण का संकल्प लिया।
मैहली युवक मंडल के उप प्रधान तरुण वर्मा ने बताया कि ये पौधारोपण कार्यक्रम पंचायत प्रधान सुरेंद्र गर्ग,उप प्रधान टेकचंद वर्मा और युवक मंडल मैहली के प्रधान अनिल वर्मा के अथक प्रयासों से संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग से वैश्विक स्तर पर हो रहे पर्यावरणीय बदलाव को रोकने के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाना जरूरी है और इसी उद्देश्य से मैहली युवक मंडल ने पौधारोपण का बीड़ा उठाया है ।
उन्होंने कहा कि मैहली की चरागाहों में विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपित किए गए हैं ताकि पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के साथ-साथ स्थानीय लोगों को अपने पालतू जानवरों के लिए चारा और बंदर व लंगूर सहित अन्य जंगली जानवरों के लिए खाने के लिए फल भी मिल सके।
स्वयं सहायता समूह की ओर से प्रतीक्षा ने बताया कि यहां मैहली पंचायत के लोगों ने मिलकर 250 के करीब पौधे लगाए हैं जिनके संरक्षण का ज़िम्मा भी उन्होंने स्वयं उठाया है।
वहीं स्थानीय निवासी आर के वर्मा ने मैहली युवक मंडल और महिला मंडल के प्रयासों की सराहना की और पर्यावरण व जंगली जानवरों के संरक्षण के लिए इसे एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
मैहली पंचायत के प्रधान सुरेंद्र गर्ग ने कहा कि यहां अभी फिलहाल 250 से अधिक पौधे रोपित किए गए हैं लेकिन यदि विभाग उन्हें और अधिक पौधे मुहैया करवाता है तो हजारों पौधे रोपित कर यहां पर्यावरण संरक्षण के लिए और अधिक प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने युवक मंडल, महिला मंडल और स्वयं सहायता समूह सहित सभी लोगों का आभार व्यक्त किया।
माँ पारवती स्वयं सहायता समूह की सचिव पार्वती ने बताया कि उन्होंने विभिन्न प्रजाति के लगभग 250 पौधे रोपित किये है और उनका समूह यहां रोपे गए पौधों की देखभाल का जिम्मा भी उठाएगा।
इसके अलावा महिला पंचायत की स्थानीय निवासी व तारा माता ग्रुप की सदस्य नीरू वर्मा ने बताया कि पौधे लगाने के साथ-साथ उनकी देखभाल और संरक्षण करना बेहद जरूरी होता है। उन्होंने कहा कि वे इसके संरक्षण के लिए पूरी तरह तैयार हैं।