हिमाचल में सरकार व कर्मचारी आमने सामने ।
शिमला 31 अगस्त,
हिम नयन न्यूज /ब्यूरो / जय सिंह वर्मा
हिमाचल सरकार द्वारा प्रदेश के कर्मचारियो के विरूघ्द लिए जा रहे एक्शन के बावजूद भी हिमाचल के कर्मचारी संघर्ष की राह पर चल रहे है । याद रहे कि गत दिनो हिमाचल सचिवालय के कर्मचारियो ने अपने डीए इत्यादि की अदायगी के लिए सरकार से गुहार लगाई थी लेकिन सरकार इस ओर कर्मचारियो के विरूघ्द कार्यवाही करने का मन बना रही है ।
हिमाचल सरकार के इस कडे रवैये के बावजूद भी हिमाचल का कर्मचारी अपनी राह पर आगे बढ रहा है और आने वाले समय में यह आग एक आन्दोलन का विशाल रूप भी ले सकती है ।
सरकार व कांग्रेस के नेताओ की माने तो उन्हे सरकार के कार्य व मन्त्रियो पर टिप्पणीयो के लिए दंडित किया जाना चाहिए । सोशल मीडिया पर आए दिन कांग्रेस के नेताओ के विडियो वायरल हो रहे है कि कर्मचारियो को अपने काम से काम रखना चाहिए लेकिन सरकारी कर्मचारी भी अपने हको की लडाई के लिए चुप बैठने वाले नही लग रहे है ।
कर्मचारियो की माने तो हिमाचल में कांग्रेस की सरकार लाने के लिए कर्मचारियो ने जो सहयोग दिया उसका खमियाजा सरकार उन्हे तंग करके देने लगी है । कांग्रेस के नेता कर्मचारियो के बारे में अनाप शनाप व्यान बाजी कर रहे । लेकिन वह भूल गए है कि शांता कुमार जैसे नेता आज तक राजनीति के हाशिए पर लाने वाले कर्मचारी ही थे हिमाचल में सरकारी कर्मचारियो का सरकार बनाने व बिगाडने में बडा योगदान रहता है ।
यह दीगर बात है कि सरकार कर्मचारियो को दो धड्डो में बांट का अपना काम चलाने की कोशिश कर सकती है । लेकिन कर्मचारियो द्वारा विधान सभा सत्र के दौरान काले बिल्ले लगा कर अपने रोष को प्रकट करने का जो एलान किया गया था वह कर्मचारियो द्वारा पूरा किया जा रहा है ।
सरकारी कर्मचारी अपने काम के दौरान काले बिल्ले लगा कर काम कर रहे है जिस से इस बात का संकेत मिलता है कि भविष्य मंे बडी लडाई लडने के लिए भी तैयार है ।
उधर हिमाचल सरकार आर्थिक तंगी का रोना रो रही है लेकिन कर्मचारी आरोप लगा रहे है कि नेतागण अपनी तन्खवाह बढाने से पीछे नही आ रहे है ।
अपने सभी खर्चे कम नही कर रहे है मात्र दिखावे के लिए दो महीने का वेतन नही लेंगे जैसे ड्रामे कर रहे है जबकि अपने हको के लिए न्यायलय में केस लडने पर लाखो रूपए वकीलो को उडा रहे है ।
कर्मचारियो की माने तो कर्मचारी सरकार की इस उत्पीडन की कार्यवाही से पीछे हटने वाले नही है और अपने हको के लिए लडाई जारी रखेंगे ।
उधर कुछ सेवा निवृत कर्मचारियो के संगठनो ने भी कर्मचारियो के आन्दोलन में सहयोग करने की घोषणा की है । भारतीय जनता पार्टी भी कर्मचारियो को उनके हक दिए जाने के पक्ष में ब्यान दे रही है ।
उधर बिलासपुर में कांग्रेस नेता जितेन्द्र चन्देल ने प्रैस वार्ता करके सरकार से मांग की है कि वह उन सरकारी कर्मचारियो के विरूघ्द कडा एक्शन ले जिन्होने नेताओ के उपर अभद्र टिप्पणीया की है । उन्होने कहा कि राजेश धर्माणी अपने शैक्षणिक काल में टॉपर रहे । वह उच्च शिक्षित है और कर्मचारी कौन होते है कि कौन मन्त्री बनेगा और कौन नही बनेगा इस बात का फैसला करने वाले ।