रामशहर में लगा है जीपीए करवाने वाले हरियाणियो का तांता ।
नालागढ 25 नवम्बर,
हिम नयन न्यूज /ब्यूरो/ वर्मा
हरियाणा सरकार द्वारा अवैध कालोनियो के क्रय विक्रय पर रोक लगाए जाने के बावजूद दिल्ली तथा आस पास के क्षेत्र के लोग बिल्डरज से जीपीए के तहत सम्पतियो को खरीदने व बेचने का धन्धा बखूबी जारी है ।
मिली जानकारी के मुताबिक भारत की राजधानी दिल्ली के साथ लगते हरियाणा राज्य के कई बिल्डरज इस काम को नए नए तरीके निकाल कर अन्जाम दे रहे है । हरियाणा सरकार ने इस तरह की सम्पतियो की खरीद फरोक्त का पंजीकरण तो बन्द किया ही है, उस पर किसी सम्पति को जीपीए के तहत प्रयोग करने व बेचने खरीदने से रोकने के लिए जीपीए भी पंजीकृत करना बन्द कर दिया है ।
हरियाणा सरकार की इस तरह की सख्ती के चलते इन सम्पति के दलालो ने ग्रामीण क्षेत्र के लोगो से जमीन की खरीद फरोक्त तथा फलेटस के क्रय विक्रय के लिए हिमाचल से जीपीए पंजीकृत करवानी शुरू कर दी है । इस कार्य के लिए हिमाचल के एकांत व पहाडी क्षेत्र रामशहर को चुना गया है ।
। रामशहर में पिछले कई दिनो से प्रतिदिन सैकडो हरयाण्वी आ कर जीपीए तैयार करवाने व इन को पंजीकृत करवाने के काम में लगे है ।
प्रत्यक्षदर्शियो की माने तो यहां प्रतिदिन हरियाणा के दर्जनो वाहन आ कर तहसील रामशहर के प्रांगण में देखे जा सकते है । इस बारे में हरियाणा से आए लोगो से जब हिम नयन न्यूज ने बात की तो उन्होन बताया कि वह दिल्ली से यहां जीपीए बनवाने ही आए है । अपना नाम न छापने की शर्त पर इन लोगो ने बताया कि हरियाणा सरकार अपने राजस्व का नुकसान कर रही है । लोगो को इतनी दूर आ कर जीपीए पंजीकृत करवानी पड रही है । उन्होने बताया कि उनकी बुजूर्ग माता जी को जीपीए बनवाने के लिए इतनी दूर आना पडा है । लोगो ने बताया कि जो जीपीए बनााने में फीस हरियाणा सरकार को मिलनी थी वह हिमाचल सरकार को मिल रही है ।
उधर स्थानीय लोगो ने बताया कि इस काम से यहां आने वाले दलालो के भी पौ बारह हो गई है । जीपीए बनाने से ले कर इस को तहसीलदारो से एटैस्ट करवाने तक का कार्य यह लोग करवा रहे है और अपने मुहूं मांगी फीस चार्ज कर रहे है ।