/हिमाचल प्रदेश ने रचा इतिहास ,वॉलीबॉल में बने चैंपियन।

हिमाचल प्रदेश ने रचा इतिहास ,वॉलीबॉल में बने चैंपियन।

सोलन 1 मार्च,
हिम नयन न्यूज/ ब्यूरो/मनमोहन सिंह

हिमाचल प्रदेश ने कल कुमारहट्टी के राजा वीरभद्र सिंह मेमोरियल खेल कॉम्पलेक्स में इतिहास रचते हुए 37वीं डाक विभाग वॉलीबॉल प्रतियोगिता जीत ली।

उसने फाइनल में पश्चिम बंगाल को चार सेटों में परास्त किया।पहला सेट गंवाने के बाद हिमाचल ने अगले तीन सेट जीत कर कमाल कर दिया। यह हम सभी के लिए गौरव के पल हैं।


वॉलीबॉल इस देव भूमि की मिट्टी से जुड़ा खेल है। यदि हम कुछ साल पीछे की ओर झांके तो इस खेल में राष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल प्रदेश की एक बड़ी पहचान थी,लेकिन हालात कुछ ऐसे बने कि हिमाचल प्रदेश की वह छवि कुछ फीकी दिखने लगी। प्रदेश में होने वाले कई वॉलीबॉल टूर्नामेंट इतिहास बन गए। खिलाड़ियों का उत्साह भी कम होने लगा।

गांवों के छोटे छोटे मेलों में होने वाले वॉलीबॉल के टूर्नामेंट अब नहीं होते।

कुमारहट्टी में खेला गया यह टूर्नामेंट और हिमाचल प्रदेश के खिलाड़ियों की शानदार जीत इस खेल को फिर से उभारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।

बहुत कम लोग जानते होंगे कि रमेश चौहान ने जब इस स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का खाका अपने जहन में खींचा था तो उनके ख्यालों में वॉलीबॉल ही था।

इसीलिए कॉम्पलेक्स में छत की ऊंचाई वॉलीबॉल की हिसाब से ही रखी गई। वॉलीबॉल कोर्ट के पैमाईश और तकनीकी रूप से उसके चारों ओर कितनी जगह छोड़ी जानी चाहिए इस का प्रावधान किया गया। लेकिन असल में यह हॉल बैडमिंटन का घर बन गया।

इसमें बैडमिंटन के तीन कोर्ट हैं जहां सुबह शाम कई लोग खेलते हैं। मगर देर से ही सही पर आखिर कई सालों बाद यहां बॉलीबॉल के कदम पड़े और रमेश चौहान ने जो ख्वाब देखा था वह साकार हुआ।

इसके लिए कुमारहट्टी के लोग बधाई के पात्र हैं। मैं यह तो नहीं जानता कि इस कॉम्प्लेक्स में कितना वॉलीबॉल खेला जाएगा पर इतना तय है कि इस इलाके में वॉलीबॉल का अस्त हुआ सूरज फिर से उदय हो सकता है और यह यहां युवाओं को नशे से दूर कर एक नई खेल संस्कृति को जन्म देगा।