/हिमाचल में बढती प्राकृतिकआपदाओ के चलते बाडी धार जैसे सुरक्षित स्थलो पर बढने लगी पर्यटको की भीड ।

हिमाचल में बढती प्राकृतिकआपदाओ के चलते बाडी धार जैसे सुरक्षित स्थलो पर बढने लगी पर्यटको की भीड ।

सरकार इन स्थानेा को विकसित करके उठा सकती है आर्थिक लाभ ।

सोलन ( अर्की  ) 3 मार्च
हिम नयन न्यूज/ ब्यूरो/ वर्मा

सोलन जिले का समुद्र तल से 6781 फीट उंच्चाई पर स्थित बाडी धार पर्यटको का आकर्षण का केन्द्र बनने लगा है । बाडीधार का वातावरण और परिस्थितियाँ उष्णकटिबंधीय हैं।यहां पर हल्की बफबारी देखने को मिलती है ।बरसात के मौसम में इस पहाड़ी से चंडीगढ़, रोपड़, कुरुक्षेत्र जैसे शहरों को भी नंगी आँखों से देखा जा सकता है और एक छोर पर शिमला, करसोग और धौलाधार रेंज को देखा जा सकता है।

मौजूद साक्ष्यो के मुताबिक ऐतिहासिक धार्मिक स्थल बाडी धार शिव स्थली है जिसे पांच पांडवो के अज्ञात वास इतिहास से भी जोडा जाता है । मौके पर मिलने वाले साक्ष्य बताते है कि इस स्थान पर सदा शिव ध्यान करते थे लेकिन पशुपति नाथ की स्थापना से पहले जब पांडवो के भाई भीम मोक्षप्रप्ति का वरदान प्राप्त करने महादेव शिव को ढुढते बाडीधार उनके ध्यान स्थान पर आए तो उस की भनक लगते ही सदा शिव यहां से निकल गए और पांडव भीम मौके पर सदाशिव को न पा कर नाराजगी में अपनी गदा से पहाडी पर स्थापित शिव लिंग पर चोट कर दी जिस से शिव लिंग धरती में धंस गई और पहाडी की चोटी निचे बैठ गई जिसे आज भी मौके पर देखा जा सकता है वर्तमान बडा देव का मन्दिर स्थानआज भी निचे बैठा हुआ देखा जा सकता है । बडा देवे के मन्दिर में शिव लिंग के बारे में पुजारियो द्वारा इस बात का समर्थन किया जाता है । साक्ष्य बताते है कि यहां गत वर्षो में मन्दिर के प्रसाद के साथ इस शिवलिंग स्थल की मिट्टी को भी दिया जाता रहा है ।

बाडी धार सोलन जिले के बिलासपुर सीमा वर्ती इलाके में शिमला मनाली राष्ट्रीय उच्च मार्ग से करीब 16 किलोमीटर दूरी पर स्थित समुद्र स्थल से करीब 6 हजार फीट उच्चाई पर स्थित है । निमार्णाधीन शिमला मटौर फोर लेन के निर्माण के बाद इस मार्ग से इस देव स्थल की दूरी मात्र 8 किलो मीटर रह जाएगी ।


बाडी धार में आज भी हर रोज पयर्टको का तांता देखने को मिल रहा है । यह दीगर बात है कि यहां पर अभी पयर्टन निगम व विभाग का दृष्टीपात नही हुआ है ।

हिमाचल में पिछले कुछ सालो से पर्यटक नगरी व स्थलो पर आ रही बाढ व प्रक्रतिक आपदाओ के चलते पर्यटको में हिमाचल की ओर आकषर्ण कम नही हो रहा है लेकिन इस के लिए सुरक्षित स्थानो की ओर आकर्षित होने लगे है । बाडी धार भी इसी तरह का एक सुरक्षित व आकर्षित स्थान है जहां भरपुर प्रकृतिक सौन्दर्य देखने को मिलता है । इस स्थान पर हर साल बर्फ देखने को मिलता है लेकिन यह मात्रकुछ इन्च तक ही बर्फबारी के चलते किसी भी तरह के हादसो की सम्भावना नही रहती है , जिस से यहां आ कर किसी तरह जान का जोखिम नही रहता है ।

बाडी धार को पर्यटन की दुष्टि से विकसित करने के लिए सरकार ने कोई भी योजना नही बनाई है लेकिन इस पहाडी पर हैलीपैड भी बना है और इस स्थान पर पहुचने के लिए सडक मार्ग भी मौजूद है । इस पहाडी के नजदीक हिमाचल पर्यटन निगम को होटल बाघल भी मात्र 16 किलोमीटर दूरी पर मौजूद है यहां पर अन्य प्राईवेट होटल भी उपलग्ध है लोगो ने होम स्टे भी शुरू किए है ।जिस से यहां आने वाले पर्यटको को किसी तरह की असुविधाओ का सामना न करना पडे ।

हिमाचल के पर्यटक स्थलो पर बढते प्रकृतिक प्रकोप से बचने के लिए बाडी धार चायल व कसौली जैसे पयर्टन स्थलो की ओर लोगो का रूझान बढने लगा है ।


सरकार को चाहिए कि इन स्थानो की ओर ध्यान दे और मुख्य मन्त्री के दाए हाथ माने जाने वाले स्थानीय विधायक संजय अवस्थी के विधान सभा क्षेत्र में पडने के कारण इस स्थान को विकसित करने का सुअवसर है