दिल्ली में हिमाचली समुदाय के साथ अनुराग सिंह ठाकुर ने धूम-धाम से मनाया हिमाचल दिवस
नई दिल्ली 15 अप्रैल,
हिम नयन न्यूज /ब्यूरो /वर्मा

पूर्व केंद्रीय मंत्री व हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद अनुराग सिंह ठाकुर ने आज हिमाचल दिवस के अवसर पर दिल्ली में लाल बहादुर शास्त्री संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित हिमाचल दिवस कार्यक्रम को धूम-धाम से मनाते हुए कहा कि देव भूमि हिमाचल हम सब का गौरव है और हिमाचल के हितों की रक्षा के लिए मैं सदा समर्पित हूँ।

अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा “प्रकृति के अनुपम सौंदर्य, देवों की पावन धरा, वीरों के शौर्यगाथा से रची-बसी वीरभूमि सांस्कृतिक रूप से समृद्ध व देवभूमि हिमाचल दिवस की सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई। हमारा अतुलनीय हिमाचल देश का अग्रणी राज्य बने, प्रदेश के समग्र विकास और प्रगति की कामना करता हूँ। आज हम हिमाचल प्रदेश का 78 स्थापना दिवस मना रहे हैं । मगर इस हिम प्रदेश का इतिहास हजारों साल पुराना है । जब से हिमालय हैं तब से हिमाचल है ।हिमाचल और हिमालय एक दुसरे के पूरक हैं ।

जब हम वेद और पुराणों की बात करते हैं तो हमें हमारे हिम प्रदेश का वर्णन मिलता है। हिमाचल का पालमपुर वह स्थान है जहाँ भाजपा ने 1989 में हुए राष्ट्रीय अधिवेशन में अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण का प्रस्ताव पारित किया और हमारा हिमाचल उस संकल्प उसके सिद्धि तक का गवाह रहा है। हमारे हिमाचल में बच्चों का जन्म नहीं होता है, हमारे हिमाचाल में देश के भावी सैनिकों का जन्म होता है । हमारा एक ही स्वप्न होता है कि हम बड़े होकर आर्मी ज्वाइन कर देश की सेवा करें। परमवीर से लेकर महावीर और युद्धवीर तक हिमाचाल के हरेक घर में आपको ऐसे नायक मिल जायेंगें जिन्होंने वीरता और देश भक्ति की मिसाल कायम की है ।हिमाचल दिवस के अवसर पर मैं उन सभी युद्धवीरों को नमन करता हूँ जो आज हमारे बीच नहीं हैं”

अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा” हिमाचल के ऊँचे पहाड़ों की तरह ही प्रदेश की कांग्रेस सरकार के आर्थिक कुप्रबंधन से प्रदेश पर कर्ज का पहाड़ खड़ा हो गया है।

हमने 2047 तक विकसित भारत बनाने का लक्ष्य रखा है और हम इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। विकसित भारत के इस संकल्प के साथ हमारा संकल्प विकसित हिमाचल का भी है । केंद्र सरकार ने वर्तमान बजट में हिमाचल को 11,806 करोड़ रूपये special grant के रूप में दिए गए, 2014 से लेकर 2024 के बीच मोदीजी की सरकार ने हिमाचल को अब तक कुल 54,662 करोड़ रूपये की सहायता प्रदान की।