/नेताओ की प्रैस वार्ताओ में बुलाने न बुलाने का जिम्मा पार्टी पत्रकारो के हाथ।

नेताओ की प्रैस वार्ताओ में बुलाने न बुलाने का जिम्मा पार्टी पत्रकारो के हाथ।


नालागढ 7 नवम्बर,
हिम नयन न्यूज/ ब्यूरो /नयना वर्मा
हिमाचल विधान सभा चुनाव सीमावर्ती इलाको में प्रदेश के दुसरे क्षेत्रो से अलग तरीके से लडा जाता है । खर्चे के हिसाब से भी यहां दुसरे क्षेत्रो की बुनिसपत ज्यादा खर्चा किए जाने की खबरे मिलती रहती है । चुनाव आयोग भी इन खर्चो पर नजरे बनाए रहता है लेकिन नेतागण अपने प्रचार प्रसार का कार्यभार यहां के अपने चेहते पत्रकारो को सौप देते है । नेताओ के प्रैस वार्ता में किस को बुलाना किस को नही बुलाना इस बात का निर्णय भी यही पिछलगू पत्रकार ही करते है । गत दिनो इस बारे एक मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ था जिस का परिणाम हाल ही में एक पत्रकार के चोटिल होना भी बताया जा रह है । यदि इन जानकारो की माने तो इन दिनो पेड, अनपेड न्यूज व विज्ञापनो का हिसाब भी इन्ही पत्रकारो द्वारा किया जा रहा है । उधर लोगो की माने तो आज सोशल मीडिया के समय में जब तक प्रिंट मीडिया में खबर आएगी उस समय तक डिजीटल मीडिया पूरे घटनाक्रम को लोगो को पढा चुका होता है जिस के चलते प्रिंट मीडिया के पाठको में भी लगातार कमी आ रही है । परिणााम जो भी हो इनका प्रभाव कितना भी हो लेकिन अपना सामान बेचना आने वाले ही बाजार में सही कारोबारी कहलाते है ।