सोलन 10 नवम्बर,
हिम नयन न्यूज /ब्यूरो
हिमाचल में विधान सभा चुनाव में आज कल राजनैतिक पार्टियां लोगो को लुभाने के लिए तरह तरह के प्रलोभन दे रही है लेकिन प्राईवेट सैक्टर में काम कर रहे लाखो लोगो के भविष्य के बारे में किसी भी पार्टी के प्रत्याशी से कोई आश्वासन ने मिलने से प्राईवेट सैक्टर में काम करने वाले काफी नाराज है । यहां एक प्राईवेट कम्पनी के कर्मचारियो ने पार्टी उम्मीदवार से सवाल कया कि आपने जो भी धोषणा पत्र बनाए वह सरकारी कर्मचारियो के लिए ही बनाए प्राईवेट सैक्टर के बारे में एक भी शब्द कही नही लिखा । क्या प्राईवेट सैक्टर में काम करने वाले मतदाता नही है । सोलन में भाजपा व कांग्रेस ने अपने अपने मतदाताओ को सम्पर्क करना जारी रखा हुआ है लेकिन प्राईवेट सैक्टर में काम करने वालो से सभी अपनी नजरे चुराने लगे है । इन कर्मचारियो ने वोट मांगने आए कांग्रेस प्रत्याशी से कहा कि प्राईवेट कम्पनियो में काम करने वालो को बढे हुए वेतन के लिए भी संधर्ष करना पडता है और मालिक बाहर का रास्ता दिखा देता है उनके बारे में काई भी सरकार विचार नही करती लेकिन कांग्रेस सरकारी कर्मचारियो को खजाना लूटाने की तैयारी कर रही है ।
मिली जानकारी के मुताबिक सोलन में कांग्रेस प्रत्याशी कर्नल धनी राम शांडिल को उस समय निरूतर होना पडा जब कांग्रेस की धोषणा पर एक प्राईवेट कम्पनी में कार्यरत कर्मचारियो ने उनसे ओ पी एस लागू करने की धोषणा पर सवाल किया । यहां एक प्राईवेट कम्पनी मंे कर्नल धनी राम शांडिल अपना चुनाव प्रचार के दौरान एक निजी कम्पनी में जा कर मतदाताओ को सम्पर्क करने पहुंचे जहा उन से ओ पी एस योजन बन्द करने तथा वर्षो से बन्द होेने के बावजूद दो बार कांग्रेस की सरकार रहने के बाद भी लागू नही करने का कारण पूछा । इन कर्मचारियो ने पूछा कि ओ पी एस को किस सरकार ने बन्द किया और बाद में फिर सरकार बनने के बाद भी ओ पी एस को लागू क्यो नही किया गया । इन कर्मचारियो ने कहा कि जो भी सरकारी नौकरी में लगा है उसे पता था कि ओ पी एस बन्द है फिर भी वह नौकरी ले कर बैठ गया अब कांग्रेस रजे को रजाने के लिए ओ पी एस योजना लागू करने की धोषणाए कर रही हेै ।
इन कर्मचारियो ने कहा कि क्या कभी कांग्रेस ने उधोगो में व प्राईवेट कम्पनियो में काम करने वालो के बारे में भी सोचा कि उनको क्या लाभ मिल रहे हैऔर पार्टी कौन सी विशेष योजना का लाभ देने वाली है । इन कर्मचारियो के उत्तर पर कांगेसी उम्मीदवार कर्नल धनी राम शांडिल निरूतर हो गए और इस बारे में विचार करने की बात कह कर आगे निकल गए । ।