प्रदेश में 8-12 वर्षों से लगे सभी पशु पंचायत सहायकों को किया जाए अनुबंध आधार पर :हरीश कुमार
शिमला 12 जून,
हिम नयन न्यूज/ ब्यूरो /नयना वर्मा
पशुपालन विभाग कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश नेगी जिला सोलन के प्रधान दीपक शर्मा व मीडिया प्रभारी हरीश कुमार ने प्रेस के नाम दिए बयान में सरकार से मांग की है कि हिमाचल प्रदेश के सभी पंचायत वेटनरी सहायकों को जल्द से जल्द अनुबंध आधार पर किया जाए। उन्होंने ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सभी विभागों में लगे कर्मचारियों को दो-तीन वर्षों में अनुबंध होने के उपरांत रेगुलर किया जाता है परंतु पशुपालन विभाग में 8-12 वर्षों से लगे पशु पंचायत सहायकों कोअभी तक अनुबंध आधार पर नहीं किया जा रहा है । उन्होंने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार चौधरी से मांग की है कि पशु पंचायत सहायकों को अनुबंध आधार पर किया जाए क्योंकि हिमाचल प्रदेश सरकार कर्मचारी की हितेषी रही है और उन्होंने पूरे हिमाचल में कर्मचारियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली की है।
हरीश कुमार ने कहा है कि पशुपालन विभाग में लगे 66 लेफ्ट आउट पशु पंचायत सहायकों का वेटनरी फार्मासिस्ट के लिए काउंसलिंग भी हो चुकी थी परंतु अभी तक सरकार द्वारा उन्हें वेटरनरी फार्मासिस्ट नहीं बनाया गया है । पशुपालन विभाग में लगे सभी पैरावेट ने सरकार से मांग की है कि हिमाचल प्रदेश में पशु पंचायत डिस्पेंसरी को रेगुलर किया जाए तभी सभी पशु पंचायत सहायकों को अनुबंध आधार पर किया जा सकता है ।
हरीश कुमार ने कहा है कि पशुपालन विभाग में लगे सभी वेटरनरी फार्मासिस्ट घर द्वार पर पशुपालकों को कृत्रिम गर्भधान टीकाकरण , मुंह- खुर् रोग टीकाकरण रोकथाम, गलघोटू, गाय /गौ पशुओं एल एस डी वैक्सीन, बंध्याकरण, भेड़ -बकरियों में पी पी आर वैक्सीन व बीमार पशुओं का इलाज करने के लिए पशुपालकों के घर द्वार पर सुविधा प्रदान करते हैं परंतु सरकार वेटरनरी फार्मासिस्ट कर्मचारियों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराती जबकि भारत सरकार नई नई स्कीम भारत पशुधन ऐप लेकर आ रहे हैं जिससे प्रदेश के लाखों पशुपालकों को फायदा मिलेगा ।
हिमाचल प्रदेश के सभी वेटरनरी फार्मासिस्ट सरकार की हर एक योजना को पशुपालकों को घर द्वार पहुंचाने में सदैव कार्यरत रहते हैं ।
पशुपालन विभाग कर्मचारी महासंघ सरकार से मांग करता है कि ऊपर लिखित मांगो को शीघ्रता से पूरा करें।