जनता के पैसों पर अपने दोस्तों को करा रहे ऐशों-आराम मुख्यमंत्री सुक्खू :- देविन्द्र भूट्टों
ऊना 9 मई,
हिम नयन न्यूज़ /ब्यूरो
कुटलेहड़ विधानसभा से प्रत्याशी देविन्द्र कुमार भूट्टों ने आज पूरे दल-बल के साथ जन सभा में शक्ति प्रधान किया।
इस अवसर पर उनके साथ केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल, पूर्व मंत्री एंव विधायक बिक्रम ठाकुर, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एंव विधायक सतपाल सत्ती, पूर्व मंत्री विरेन्द्र कंवर व भाजपा उपाध्यक्ष संजीव कटवाल मुख्य रूप से उपस्थित रहें।
इस अवसर पर भूट्टों ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में मुझे 14 महीने का कार्यकाल में कार्य करने का मौका मिला। उस 14 महीने के कार्यकाल में मेंने प्रयास किया कि सबको साथ लेकर चलूं, ईमानदारी से काम करूं, परन्तु किसी प्रकार का सहयोग मुख्यमंत्री सुक्खू से हमें नहीं मिला।
अपने विधासभा क्षेत्र का विकास मात्र विधायक नीधि के माध्यम से जो हो पाया वो किया।
कुटलैहड़ विधान सभा क्षेत्र के उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी देविन्द्र भुट्टो के पक्ष में रखी जनसभा में बोलते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 राजीव बिन्दल ने कहा कि कांग्रेस का असली चेहरा सारी दुनिया के सामने आ गया जब गांधी परिवार के गुरू सैम पित्रोदा ने भारत के मूल निवासियों को उनकी शक्ल, सूरत के आधार पर विभक्त करते हुए देश के विभाजन का एक नया खाका खींच दिया जिसने पूर्व, पश्चिम, उŸार, दक्षिण भारत में अलग-अलग रंग व शारीरिक रचना के आधार पर भारतवासियांे के मनो में विभेद पैदा करने का षड़यंत्र रचा । कांग्रेस नेतृत्व में पहले भी देश ने देश का विभाजन देखा है और एक बार फिर सम्प्रदाय व रंग भेद के आधार पर देश को तोड़ने का षड़यंत्र चल रहा है।
भाजपा ने कहा कि कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र के साथ एक के बाद एक आधी कडि़यां जुड़ती जा रही है। कांग्रेस सनातन विरोधी है, राम विरोधी है, कांग्रेस देश की एकता व अखण्डता को ताक पर रखकर राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगी है।
भारत और हिमाचल की जनता अब यह जान चुकी है कि कांग्रेस मुद्दों से ध्यान भटका कर लोगों को झूठे लुभावने वायदे करके सत्ता प्राप्त करने का प्रयास कर रही है लेकिन अब जनता इनके झूठे प्रलोभनो के झांसे में नहीं आएगी।
उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि 14 महीने से यह सरकार एक भी ईंट इस कुटलेहड़ क्षेत्र में नहीं लगा पाई। 14 महीने के कार्यकाल में प्रदेश के हमारे यह पहले मुख्यमंत्री हैं जो किसी भी विधानसभा क्षेत्र में नहीं पहुँच पाए, वित्तीय स्थिति का हवाला देकर वह हर विधायक की बात से पल्ला झाड़ते रहें। परन्तु जब सामने लोकसभा चुनाव आए तो हम किस प्रकार कांग्रेस की झूठी गारंटियों का दामन थाम कर अपने विधानसभा क्षेत्रों में मुंह दिखाते इसकी चिंता हमें सताती रही। कांग्रेस सरकार ने कहा था कि 1500 रूपये हर महिला के खाते में डाले जाएंगे, 300 यूनिट बिजली फ्री जी दी जाएगी, 3 रूपये किलो गोबर खरीदा जाएगा, पहली कैबिनेट में 1 लाख लोगों को रोजगार दिया जाएगा, जिसके कारण ही हमें जन सर्मथन मिला था।
आज मैं पूछना चाहता हूं कहां गई वो गारंटियां, हर महिला को मिलने वाले 1500 को शर्तों में बांध लिया गया हैं। 300 यूनिट तो छोड़िए, जयराम सरकार द्वारा शुरू की गई 125 यूनिट फ्री बिजली को भी बंद करने का काम यह सरकार कर रही हैं।
युवाओं को रोजगार देने के बजाय इस सरकार ने नौकरी देने वाला संस्थान भी बंद कर दिया। मुख्यमंत्री कितने झूठे हैं? इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सदन की कार्यवाई में अपनी बात से ही पलट गए कि हमने 1 लाख युवाओं को रोजगार देने की बात नहीं की थी। उन्होंने कहा कि हिमाचल की जनता ने हमें चुना कि इन गारंटियों को पूरा किया जाएगा न कि इसलिए कि सत्ता में आते ही 1500 संस्थानों को बंद कर दिया जाएगा।
सरकार चाहे कांग्रेस की हो या भाजपा की, खोले गए संस्थानों को बंद करने का कार्य जो सुक्खू सरकार ने किया है वह दुर्भाग्यपूर्ण हैं।
उन्होंने कहा कि हिमाचल देवभूमि है और यहां रहने वाले सनातनी हैं, मैंने कभी नहीं सोचा था कि हम ऐसे व्यक्ति के साथ है जो हिंदू विचारधारा को हराने की बात करता हैं, सनातन पर प्रश्नचिन्ह लगाता हैं, ऐसे लोगों का सहयोग करने के लिए हमें कहा गया जो राम पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करते हैं, इसलिए हमने अपने अतंरआत्मा की आवाज़ सूनी और राज्यसभा चुनाव में हिन्दू विरोधी शक्तियों को धूल चटा दी।
उन्होंने कहा कि अनुराग ठाकुर के रूप में प्रदेश को एक सशक्त नेतृत्व केंद्र में मिला हैं। उनके प्रयासों से 69 करोड़ रूपये प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना का मेरे क्षेत्र के विकास के लिए आया। कांग्रेस के लोगों को मैं बताना चाहता हूं जो बोलते थे की अनुराग ठाकुर ने क्या किया?, 900 करोड़ का पुल भी अनुराग ठाकुर की देन हैं यह पूल हिंदुस्तान में पहले नंबर का जो पुल लखैली मंदली में बनेगा। उन्होंने कहा कि आज से पहले ऊना में मात्र एक या दो ट्रेनें चलती थी, लेकिन आज ऊना में 12 ट्रेनें चल रही है।