नालागढ 17 जून
हिम नयन न्यूज/ ब्यूरो / रजनीश ठाकुर
हिम प्रवेश पर्यावरण संरक्षण संस्था नालागढ़ द्वारा उद्योगों द्वारा पानी को प्रदूषित कर जहरीला किए जाने से इंसानों का जन जीवन, खेती और पशुओं व स्वास्थ्य पर पडने वाले प्रभाव पर चर्चा की गई तथा बीबीएन में बढते प्रदूषण पर गहरी चिन्ता व्यक्त की है ।
मिली जानकारी के मुताबिक औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में जल तथा नदी नालों का पानी जहरीला हो गया है जिससे स्थानीय लोगों में कैंसर जैसी बीमारियो के साथ सांस व चमडी के रोग भी फैल रहे हैं जिस की पुष्टि आईआईटी मंडी और जम्मू के शोध पत्र द्वारा होने की बात कही गई
इस बैठक में स्थानीय लोगों ने बताया कि कई पशु भी नालों के पानी पीने से मर रहे हैं उन्होंने बताया कि इस रिपोर्ट के मुताबिक कैंसर व किडनी के मरीजों को क्षेत्र में बड़े पैमाने पर पाया जा रहा है जिस के लिए यहां बढता प्रदूषण मुख्य कारण है ।
बैठक में इस बात पर भी चर्चा की गई कि बद्दी बरोटी वाला में नियोजित तरीके से बड़े पैमाने पर उद्योगों को स्थापित नही किया गया जो वायु तथा जल प्रदूषण का मुख्य कारण बन गया है इन उद्योगों को ना तो योजना वध्द तरीके से स्थापित किया गया और ना ही इन पर वायु तथा जल के प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कोई निर्णायक कार्रवाई कर रहा है
संस्था के पदाधिकारियो ने बताया कि इस इलाके में ज्यादातर केमिकल और दवाइयां के कारखाने होने से यहां का प्रदूषण यहां वातावरण तथा जल को जहरीला कर रहा है इस बारे में सरकार को कई बार लिखित तौर पर भी अवगत करवाया गया है परंतु प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कोई कार्रवाई नहीं की संस्था के पदाधिकारियो ने सरकार से मांग की है कि बी बी एन में बढते पदूषण पर नियंत्रण लगा कर लोगो के जीवन को सुरक्षित किया जाए ।