नालागढ (बद्दी) 27 अगस्त,
हिम नयन न्यूज/ ब्यूरो /वर्मा
वर्तमान में बढते सामाजिक असमंजस्य और सही व गल्त की पहचान खोते युवाओ में बढती अपराध की प्रवृति को रोकने के लिए जहां समाज भी उत्तरदायी है वही आज के युग में पुलिस में मानवता का होना अपने आप में एक सराहनीय कार्य है ।
याद रहे कि इस खूनी झडप के समय भी यहां पडे घायलो को अस्पताल ले जाने के लिए मौके पर एम्बुलैस नही पहुंचने पर बद्दी एस पी ईलमा अफरोज (आईपीएस) अपनी गाडी मे घायलो को अस्पताल ले कर गई जो अपने आप में मानवता की एक मिशाल कायम करता है ।
इस तरह के सराहनीय कार्य की मिशाल गत दिवस बद्दी पुलिस अधीक्षका ईलमा अफरोज (आईपीएस) में फिर देखने को मिली ,जब एसपी ,बद्दी, यहां नशे के कारोबारियो में हुए खूनी संघर्ष में घायल दो युवको को उनकी हालत देखने स्वयम् अस्पताल पहुंच गई ।
मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस अधीक्षक ईलमा अफरोज (आईपीएस ) ने पंचकूला के सैक्टर छ: स्थित सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती अकुंश को पूछने पहुंच गई । इतना ही नही वह चण्डीगढ के पीजीआई में भर्ती गम्भीर रूप से घायल दुसरे युवक लक्ष्मीकांत के पास भी पहुंच गई और उसके स्वास्थ्य के बारे में जाना ।
उन्होने घायलो के परिजनो को आश्वासन दिया कि आरोपियो को पुलिस सलाखो के पीछे पहुंचा कर रहेगी ।
उल्लेखनीय है कि न्यायिक प्रक्रिया के बारे में भी सभी जानते है और प्रशासनिक व सामाजिक तन्त्र के अपने कार्य करने की व्यवस्थताए किसी से छूपी नही है । लेकिन किसी आईपीएस अधिकारी द्वारा इस तरह घायलो को अपनी गाडी में पीजीआई ले जाना और बाद में पूछने अस्पताल में पहुंच जाना अपने आप में एक मानवता के चेहरे को दिखाता है ।