चंडीगढ़ 26 सितंबर,
हिम नयन न्यूज़ /ब्यूरो /वर्मा
न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग, पीजीआईएमईआर चंडीगढ़, एसोसिएशन ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन फिजिशियन ऑफ इंडिया के 22वें वार्षिक सम्मेलन का आयोजन करेगा।
मिली जानकारी के मुताबिक सम्मेलन 27-29 सितंबर, 2024 तक भार्गव सभागार में आयोजित किया जाएगा ।
सम्मेलन का विषय “असतो मा सद्गमय” है जिसका अर्थ है हमें अज्ञान से ज्ञान की ओर ले जाना, परमाणु चिकित्सा के क्षेत्र में प्रगति और रुझान वाले विषयों पर चर्चा की जाएगी, और प्रशिक्षण में अनुभवी चिकित्सकों और निवासियों के बीच ज्ञान वितरण और चर्चा के लिए एक मंच प्रदान किया जाएगा।
यह जानकारी देते हुए लोक संपर्क अधिकारी नरेंद्र कुमार ने बताया कि तीन दिवसीय वैज्ञानिक समारोह में 250 से अधिक प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है, जिसमें प्रख्यात राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय वक्ताओं के व्याख्यान होंगे। पीईटी/सीटी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, रेडियोन्यूक्लाइड थेरेपी, न्यूक्लियर कार्डियोलॉजी, न्यूक्लियर न्यूरोलॉजी, पीईटी निर्देशित हस्तक्षेप और न्यूक्लियर मेडिसिन के अन्य अनुप्रयोगों के क्षेत्र में प्रासंगिक विषयों और हालिया प्रगति पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
सम्मेलन का आयोजन पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर और प्रमुख प्रोफेसर भगवंत राय मित्तल के नेतृत्व में किया जाएगा। इस अवसर पर प्रोफेसर के.के. तलवार, पद्म भूषण पुरस्कार विजेता और पूर्व निदेशक, पीजीआईएमईआर उद्घाटन के मुख्य अतिथि के रूप में इस अवसर की शोभा बढ़ाएंगे। प्रो. आर.के. राठो, डीन (शैक्षणिक), पीजीआईएमईआर और प्रोफेसर संजय जैन, डीन (अनुसंधान), पीजीआईएमईआर सम्मानित अतिथि होंगे।
प्रख्यात चिकित्सकों से जुड़ी पैनल चर्चा परमाणु चिकित्सा में आने वाली चुनौतियों और उनके संभावित समाधानों पर केंद्रित होगी। वैज्ञानिक दावत में निवासियों और प्रतिनिधियों के लिए अत्याधुनिक अनुसंधान और प्रश्नोत्तरी पर मौखिक प्रस्तुतियाँ और पोस्टर भी शामिल होंगे।