/हरियाणा की जनता को पता है कि , यदि आएगा राहुल गांधी, तो साथ लाएगा भ्रष्टाचार की आंधी – बिंदल

हरियाणा की जनता को पता है कि , यदि आएगा राहुल गांधी, तो साथ लाएगा भ्रष्टाचार की आंधी – बिंदल

शिमला 29 सितम्बर,
हिम नयन न्यूज/ ब्यूरो/ वर्मा

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने हरियाणा चुनाव के अंतर्गत कालका विधानसभा क्षेत्र में एक युवा रैली को संबोधित करते हुए कहा की कांग्रेस शासनकाल में हरियाणा ‘दलाल और दामाद’ राज और भ्रष्टाचार का केंद्र बन गया था। इसके विपरीत, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राज्य में विकास को बढ़ावा दिया।


बिंदल ने कहा कि हरियाणा में चुनाव के मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, एक तरफ हरियाणा के लाल नायब सिंह सैनी हैं और दूसरी तरफ गांधी परिवार एवं दलालों की फ़ौज है। सबसे प्रमुख बात यह है कि हरियाणा की जनता राज्य में भाजपा की जीत की हैट्रिक सुनिश्चित करने के लिए तैयार हैं। हरियाणा की जनता को पता है कि ‘यदि आएगा राहुल गांधी, तो साथ लाएगा भ्रष्टाचार की आंधी।’

राहुल गांधी अक्सर किसानों पर चर्चा करते हैं और हरियाणा चुनाव भी नजदीक आ रहे हैं। इस समय जनता को यह बताना जरूरी है कि भाजपा सरकार फसल बीमा योजना और एमएसपी पर 24 फसलों की खरीद जैसी पहलों के माध्यम से किसानों को लाभ दे रही है। इसके विपरीत कांग्रेस पार्टी किसानों की जमीन हड़पने वाले जमीन “हड़पू जीजा” जी के मुद्दों पर एक शब्द नहीं बोल रही है। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार भ्रष्टाचार के चार स्तंभों का प्रतिनिधित्व करता है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हरियाणा में एक रैली के दौरान कांग्रेस के “शाही परिवार” को देश में सबसे भ्रष्ट बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हरियाणा को ‘दलाल और दामाद’ की सरकार दी थी, भूपिंदर सिंह हुड्डा केवल मुखौटा हैं, भ्रष्टाचार का असली चेहरा राहुल गांधी और गांधी परिवार हैं। जेल में बंद ऐसे कई दलालों और भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है और आगे भी ये सुनिश्चित किया जाएगा कि जो भ्रष्टाचारी अभी बाहर है उसे भी जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।

गांधी परिवार के एक और क्राइम मास्टर हैं, ‘जीजा जी’ रॉबर्ट वाड्रा जो जमीनों को हड़पने में बहुत आगे हैं। हरियाणा में एक शिखोपुर जमीन घोटाला हुआ, जिसमें साढ़े 3 एकड़ की किसानों की भूमि को रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्कायलाइट ने खरीदा जबकि इस भूमि को खरीदने के लिए इस कंपनी के पास एक भी रुपया नहीं था।

इस कंपनी ने भुगतान एक प्राइवेट बिल्डर से पैसे लेकर किया और भुगतान हो जाने के बाद कांग्रेस की सरकार ने जमीन के उपयोग को बदल दिया। बाद में इसे खरीद से 4 गुना अधिक दाम पर एक प्राइवेट बिल्डर को बेचकर भारी मुनाफा कमाया गया।


उन्होंने कहा की जब से हिमाचल में कांग्रेस की सरकार आई है तब से हिमाचल में भी कुछ ऐसे ही हालात है, हिमाचल के कोने कोने में भ्रष्टाचार का बोल बाला बढ़ता ही चला जा रहा है, जमीन घोटाला, उद्योग घोटाला, राशन डिपो घोटाला, एचपीएसआईबी घोटाला, मार्केटिंग बोर्ड घोटाला केस अनेकों घोटालों का शोर हिमाचल में व्यापक रूप से फैल चुका है।

भाजपा सांसद सुरेश कश्यप लोकसभा में वित्त समिति के सदस्य बने।

शिमला, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप लोकसभा में वित्त समिति के सदस्य बने। विभाग का गठन संसदीय स्थायी समितियों 2024-25 से संबंधित है।


भारत की लोकसभा में वित्त संबंधी स्थायी समिति के पास कई शक्तियां हैं, जिनमें अनुदानों की मांगों की जांच, विधेयकों की जांच, वार्षिक रिपोर्ट की जांच, राष्ट्रीय नीति दस्तावेजों की जांच करना, सिफारिशें करना, अतिरिक्त व्यय या बचत को नियमित करना प्रमुख कार्य है। समिति मूल रूप से स्वीकृत राशि से अधिक या कम व्यय करने के औचित्य की जांच करती है। यह किसी भी अतिरिक्त व्यय को नियमित करने के तरीके पर सिफारिशें करती है। सदन द्वारा डी.एफ.जी. और विधेयकों पर विचार करते समय समिति की सिफारिशों पर विचार किया जाता है। समिति की सिफारिशों को सुविचारित सलाह के रूप में माना जाता है। समिति राष्ट्रीय बुनियादी दीर्घकालिक नीति दस्तावेजों पर विचार करती है जिन्हें लोकसभा अध्यक्ष या राज्य सभा के सभापति द्वारा संदर्भित किया जाता है। समिति मंत्रालयों और विभागों की वार्षिक रिपोर्ट पर विचार करती है। समिति निगरानी मंत्रालयों से संबंधित विधेयकों की जांच करती है, जिन्हें लोकसभा अध्यक्ष या राज्यसभा के सभापति द्वारा उसके पास भेजा जाता है। समिति अपने अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मंत्रालयों और विभागों की अनुदानों की मांगों (डीएफजी) पर विचार करती है। यह प्रत्येक मंत्रालय की डीएफजी पर अलग-अलग रिपोर्ट तैयार करती है और उन्हें सदन में प्रस्तुत करती है।