यूरिक एसिड बढ़ने की वजह से कई तरह की शारीरिक समस्याओं का करना पड़ता है सामना
शिमला 21 नवम्बर,
हिम नयन न्यूज /ब्यूरो /वर्मा
खराब जीवनशैली और खानपान की वजह से बच्चों से लेकर बूढ़ों तक में अलग-अलग तरह की दिक्कतें देखने को मिलती है. लोगों को कम उम्र में जोड़ों में दर्द, थकान और कमजोरी जैसी दिक्कतें आम हो गई हैं. कई लोगों को तो यूरिक एसिड बढ़ने की वजह से कई तरह की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
यूरिक एसिड एक केमिकल पदार्थ होता है. ये हमारे शरीर में प्यूरिन के टूटने से बनता है. प्यूरिन खाने-पाने और शरीर की कोशिकाओं में पाया जाता है. यूरिक एसिड बढ़ने से लोगों को कई तरह की परेशानियां होती हैं. इसके बढ़ने से जोड़ों में दर्द होता है. खासकर पैर के अंगूठे में ये दर्द महसूस होता है. यही नहीं सूजन, थकान, कमजोरी, पेशाब में जलन आदि दिक्कतें भी होने लगती हैं.
यूरिक एसिड यूं ही नहीं बढ़ता है बल्कि इसके बढ़ने की ज्यादातर वजह हमारे खान-पान से जुड़ी होती हैं. मांस, मछली, बीयर, दालें ज्यादा खाने की वजह से यूरिक एसिड बढ़ सकता है. ज्यादा शराब पीने, सॉफ्ट ड्रिंक्स पीने से भी ये बढ़ सकता है. मोटापा और अनियमित जीवनशैली भी यूरिक एसिड के बढ़ने की एक बड़ी वजह मानी जाती है.
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए मास, शराब, मछली समेत अन्य समुद्री भोजनों से बचें, क्योंकि इसमें प्यूरिन होता है. ये यूरिक एसिड को बढ़ा सकता है. वहीं रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं. नियमित व्यायाम करें. तनाव न लें. योग, ध्यान और तनाव कम करने वाली गतिविधियां करें. इससे यूरिक एसिड कंट्रोल हो सकता है.
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मददगार हो सकता है. एक गिलास पानी में एक चम्मच सेब का सिरका मिलाकर पी सकते हैं. रोजाना एक बार गरम पानी में नींबू मिलाकर पीने से भी यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है. इसी तरह फाइबर युक्त भोजन जैसे फल, सब्जियों का सेवन भी यूरिक एसिड को कम करने में सहायक हो सकता है. वहीं ताजा चेरी या इसका जूस यूरिक एसिड को कम कर सकता है.