/नालागढ़ अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों के अभाव का लाभ उठा रहे है प्राइवेट चिकित्सक।

नालागढ़ अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों के अभाव का लाभ उठा रहे है प्राइवेट चिकित्सक।

हिमाचल सरकार के स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिले के सबसे बड़े अस्पताल की कब होगी सुनवाई।

नालागढ़ 28 जून,
हिम नयन न्यूज/ ब्यूरो
/वर्मा

औद्योगिक नगरी बी बी एन के सबसे बड़े नालागढ़ अस्पताल आज भी विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा है जिससे उपचार के लिए आने वाले रोगियों को भारी परेशानियां झेलनी पड़ रही है और नालागढ़ अस्पताल में विशेषज्ञों के अभाव के चलते प्राइवेट चिकित्सकों के चांदी हों रही है।

मिली जानकारी के मुताबिक रोगियों को चिकित्सालय में पर्याप्त सुविधा न मिलने से उपचार के लिए निजी अस्पतालों व क्लिनिक का रुख करना पड़ रहा है। खास तौर पर यहां एमडी मेडिसन सहित ईएनटी, रेडियोलॉजिस्ट के पद रिक्त चलने से रोगियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

जानकारी के मुताबिक़ रेडियोलॉजिस्ट का पद वर्ष 2021 से खाली पड़ा है ।

स्त्री विशेषज्ञ भी यहां पहले दो चिकित्सक थे, जिसमें से एक डॉक्टर के चले जाने के बाद अब एक ही कार्यभार संभाले हुए है। एक चिकित्स्क होने के चलते उपचार करवाने आने वाली महिलाओं को भीड़ ज्यादा होने पर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है।

जानकारी के अनुसार, अस्पताल के दो स्पैशलिस्ट डाक्टर अपना अनुबंध पूरा करने के बाद पहले इस्तीफा दे चुके है, और अभी तक यह पद भरे नहीं गए है, जबकि एमडी मेडिसन भी आगामी पढ़ाई के लिए जा चुकी है, यह पद भी करीब 8 माह से रिक्त पड़ा है।

याद रहे कि नालागढ़ अस्पताल उपमंडल का सबसे बड़ा अस्पताल है और यहां दूरदराज व पहाड़ी क्षेत्रों से मरीज उपचार करवाने आते है। प्रतिदिन 800 से 900 ओपीडी वाले इस अस्पताल में प्रतिदिन दर्जनों लोग उपचार के लिए आते है। ईएनटी, एमडी मेडिसन व अन्य से संबंधित रोगियों को उपचार के लिए निजी या फिर पड़ोसी राज्यों के अस्पतालों को रूख करना पड़ता है। हिमाचल सरकार स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिले में भी मरीज निजी चिकित्सालय में जाने को बाध्य हो रहे हैं इस से बड़ी व्यवस्था परिवर्तन क्या हो सकती है।

गत वर्ष अगस्त माह में प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के आदर्श स्वास्थ्य संस्थानों में मैडीकल आफिसरों के भरे जा रहे 200 पदों में से नालागढ़ में 6 पद भरे जाने की घोषणा की थी, लेकिन 8 माह बीत जाने के बाद भी ये पद अभी भरे नहीं गए हैं।

नालागढ़ विकास मंच के अध्यक्ष नरेश घई तथा अन्य समाजसेवी संस्थाओं ने बताया कि अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्स्कों की कमी से रोगियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि जल्द विशेषज्ञ चिकित्स्कों के पद भरे जाएं।

बीएमओ नालागढ़ डॉ. कविराज नेगी ने हिम नयन न्यूज से कहा कि रिक्त पदों की सूचना समय समय पर विभाग को दी जाती है।

उन्होंने माना कि नालागढ़ अस्पताल में मरीजों की भीड़ ज्यादा रहती है,जिस से परेशानी का सामना करना पड़ सकता है लेकिन ओपीडी में चिकित्सकों को ज्यादा से ज्यादा समय दिलवाया जा रहा है।