/हिमाचल में कहर बन टूटा अंबर, 15 से ज्यादा लोग लापता, 2 की मौत।

हिमाचल में कहर बन टूटा अंबर, 15 से ज्यादा लोग लापता, 2 की मौत।

शिमला 1 जुलाई,
हिम नयन न्यूज/ब्यूरो/वर्मा

समय से पहले आई बरसात ने हिमाचल में अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है।प्रदेश में अवैज्ञानिक तरीके से किए जा रहे सड़क निर्माण को भी इस तबाही का कारण माना जा रहा है जिस से पहाड़ियां और दिन खिसकती नजर आ रही है।

हिमाचल के कुल्लू व मंडी में इस वक्त सबसे ज्यादा नुकसान बताया जा रहा है। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आई तस्वीरें बयां कर रही हैं कि बादल फटने सड़कों तथा घरों के गिरने से किस तरह की तबाही हुई है।

सोमवार सुबह से जारी बारिश समाचार लिखे जाने तक थमने का नाम नहीं ले रही है। मंडी के करसोग और धर्मपुर इलाके में बादल फटने से दो लोगों की मौत की ख़बर मिली है।

धर्मपुर, शिमला ,सोलन में कई घर बह गए हैं, जबकि पांच गोशालाएं भी बाढ़ की भेंट चढ़ गई हैं। बादल फटने से यहां 26 पशु मर गए हैं।


करसोग में चार लोग लापता बताए जा रहे है, जबकि एक शव को निकाल लिया गया है। इसके अलावा16 लोग सुरक्षित जगह शिफ्ट किए गए हैं। धर्मपुर क्षेत्र में भी बादल फटा है। शरण गांव में बादल फटने से भारी तबाही हुई है। सिराज के बगस्याड़ समेत पूरे इलाके में बादल फटने से कई घर, गाडिय़ां पानी और मलबे में दब गए। गोहर उपमंडल के स्यांज नाले में बना एक घर फ्लैश फ्लड में बह गया। यहां पर मां बेटी को बचा लिया गया, लेकिन सात लोग सैलाब में बह गए हैं। मूसलधार बारिश ने मंडी जिले में हालात बिगाड़ दिए हैं जिले के तमाम नदी-नाले उफान पर हैं, जिससे लोगों की चिंता बढ़ गई है। बाखली खड्ड पर 2008 में बना 16 मेगावाट का पटिकरी पावर प्रोजेक्ट तबाह हो गया है।

भारी बारिश के अलर्ट के चलते जिला कांगड़ा के शिक्षण संस्थान आज प्रशासन ने बंद कर रखे हैं।

उधर सोलन जिले के पुलिस विभाग के अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन के कारण कुमारहट्टी गलयाना, पानी के समीप राष्ट्रीय राजमार्ग -05 (NH -05) को ऊपरी दिशा में जाने वाले यातायात के लिए अस्थायी रूप से बंद हो गया है।

यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, अब ऊपरी दिशा का संपूर्ण यातायात समलेच सुरंग के माध्यम से सुचारू रूप से प्रवाहित किया जा रहा है। वाहन चालको से अपील है कि सड़क पर वाहन सावधानी पूर्वक चलाएं। यातायात नियमों का पालन करें।