चंडीगढ़, 18 सितम्बर,
हिम नयन न्यूज/ ब्यूरो/ वर्मा।
पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (PGIMER), चंडीगढ़ के हेमेटोलॉजी विभाग द्वारा 17 सितम्बर 2025 को सेंगर सीक्वेंसिंग (एक उन्नत जेनेटिक डायग्नोस्टिक टेस्ट) पर विशेष प्रशिक्षण कार्यशाला और इंडियन सोसाइटी ऑफ हेमेटोलॉजी की राष्ट्रीय क्विज़ की ज़ोनल राउंड का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन (ANRF), भारत सरकार के Scientific Social Responsibility (SSR) पहल के अंतर्गत आयोजित किया गया।
कार्यशाला में 80 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें डॉक्टर, पीजी छात्र, शोधार्थी और फैकल्टी सदस्य शामिल थे। डीएनए सीक्वेंसिंग पर प्रशिक्षण PGI के विशेषज्ञों द्वारा दिया गया। कार्यक्रम में AIIMS ऋषिकेश, AIIMS बठिंडा, होमी भाभा कैंसर अस्पताल (मुल्लांपुर) और अंबाला सिविल अस्पताल के फैकल्टी सदस्यों ने भी सक्रिय रूप से योगदान दिया। चर्चा के दौरान प्रिसिजन मेडिसिन के दौर में जेनेटिक डायग्नोसिस की अहमियत पर प्रकाश डाला गया, जिससे मरीजों को सटीक निदान, सही उपचार और बेहतर परिणाम प्राप्त हो सकते हैं।

राष्ट्रीय क्विज़ के ज़ोनल राउंड में उत्तर भारत के प्रमुख संस्थानों – शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट (श्रीनगर), AIIMS ऋषिकेश, PGIMER चंडीगढ़, AIIMS बठिंडा और एमएमआईएमएसआर (सोलन) – ने भाग लिया। कड़े मुकाबले के बाद AIIMS ऋषिकेश विजेता और PGIMER चंडीगढ़ उपविजेता रहे।
आयोजकों ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम न केवल शैक्षणिक सहयोग को मज़बूत करते हैं बल्कि नई पीढ़ी के हेमेटोलॉजिस्ट और पैथोलॉजिस्ट को क्रिटिकल थिंकिंग, टीमवर्क और नवाचार की ओर प्रेरित करते हैं।