सोलन, 15 दिसंबर,
हिम नयन न्यूज़/ब्यूरो/वर्मा
जिला भाषा अधिकारी सोलन के निर्देशन में कला केंद्र कोठो सोलन में आज ‘एक समय की बात है’ शीर्षक से कथा वाचन कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्कूली बच्चों में कहानियों के माध्यम से नैतिक मूल्यों का विकास करना था।
कार्यक्रम में नालागढ़ के वरिष्ठ साहित्यकार प्रोफेसर रणजोध सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और बच्चों को अपनी रोचक कहानियों से मंत्रमुग्ध कर दिया।

उन्होंने ‘धर्मराज के दरबार में’, ‘क्या आप चाय पीते हो?’, ‘बदल गया टीटू’, ‘काली बिल्ली’ तथा ‘पुरस्कार का असली हकदार’ जैसी पाँच प्रेरक बाल कथाएँ प्रस्तुत कीं।
इन कहानियों में पर्यावरण संरक्षण, परिश्रम का महत्व, रूढ़िवादी सोच का खंडन, शिक्षक की भूमिका और माता-पिता के त्याग जैसे मूल्य निहित थे।
बच्चों ने बड़ी उत्सुकता और आनंद के साथ इन कहानियों को सुना। कथा वाचन के उपरांत भाषा विभाग के अधिकारियों ने बच्चों से कहानियों से संबंधित प्रश्न पूछे, जिनका बच्चों ने उत्साहपूर्वक और सटीक उत्तर दिया।

कार्यक्रम में जिला भाषा अधिकारी सोलन श्रीमती ममता वर्मा, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. प्रेमलाल गौतम, डॉ. शंकर वशिष्ठ, सेवानिवृत्त प्राध्यापक डॉ. हेमंत शांडिल, विभिन्न विद्यालयों के अध्यापक-प्राध्यापक तथा लगभग 70 छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे। पूरे कार्यक्रम का वातावरण उत्साहपूर्ण, शिक्षाप्रद और प्रेरणादायी रहा।
ज्ञात रहे कि प्रोफेसर रणजोध सिंह हिमाचल प्रदेश के सुप्रसिद्ध कवि, कथाकार और समीक्षक हैं। उनकी कई कहानियों पर भाषा विभाग शिमला और कीकली चैरिटेबल ट्रस्ट शिमला के माध्यम से नाटक तैयार किए गए हैं, जिन्हें गएटी थिएटर शिमला में मंचित किया गया और सराहना सहित पुरस्कृत भी किया गया।

उनकी रचनाएँ देश की विभिन्न भाषाओं में अनूदित और प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं। वर्ष 2023 में उन्हें पूर्वोत्तर हिंदी अकादमी द्वारा नेपाल में आयोजित लेखन शिविर में “महाराज कृष्ण जैन स्मृति सम्मान” से सम्मानित किया गया था, जबकि वर्ष 2024 में उन्हें भूटान में “अंतरराष्ट्रीय मानस हिंदी-सेवी सम्मान 2024” से अलंकृत किया गया।
साहित्य जगत में अपने अमूल्य योगदान और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के प्रति समर्पण के कारण प्रोफेसर रणजोध सिंह आज भी प्रेरणा स्रोत बने हुए हैं।