/औधोगिक नगरी बीबीएन में कोहरे के कारण विजिविलीटी हुई शुन्य ।

औधोगिक नगरी बीबीएन में कोहरे के कारण विजिविलीटी हुई शुन्य ।

पहियो की रफतार रूकी लोगो को कार्यस्थल पर पहुंचने में हुई परेशानी ।


नालागढ (बद्दी) 13 नवम्बर,
हिम नयन न्यूज /ब्यूरो/ नयना वर्मा

सर्दी के मौसम के आगमन के साथ ही उतरी भारत के मैदानी इलाको में कोहरे का प्रकोप बढ जाता है औधोगिक नगरी बीबीएन को भी कोहरे ने आज से पूरी तरह अपनी चपेट में ले लिया है ।

औधोगिक नगरी बीबीएन में कोहरे के कारण तापमान में गिरावट आ गई वही आज प्रात कोहरे ने विजीविलीटी को कम कर दिया जिस से वाहनो की रफतार थम सी गई है ।


उधोगो में काम करने वाले लोगो को अपने अपने गंतव्य तक पहंुचने में कठिनाई का सामना करना पड रहा है ।
लोगो की माने तो आज कोहरे के कारण यहां आने वाले दूध सब्जियो व अन्य खाद्य पदार्थो के वाहन भी समय पर नही पहंुच पाए ।

कोहरे के कारण जीवन की रफतार कम हो गई है । बढते कोहरे के प्रकोप से हड कम्पाने वाली ठण्ड का प्रकोप भी अपना असर दिखाना शुरू कर देगा ।अचनानक मौसम बदल गया है और सुबह-सुबह आसमान में धुंध नजर आ रही है. इसके साथ ही तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है और लोगों को ठंड का अहसास होने लगा है।

वाहन चालको को प्रातः आठ बजे भी अपनी लाईटो को जला कर वाहन चलाना पड रहा है जिससे किसी दुर्धटना का सामना न करना पडे ।कोहरा (Fog) और स्मॉग (Smog) दोनों का ही संबंध आसमान में छाने वाले धुंध से है, लेकिन दोनों में काफी अंतर है. हवा में तैरती पानी की बहुत ही महीन बूंदों से फॉग बनता है. लेकिन, स्मॉग धुएं और प्रदूषण का मिश्रण होता है. इसके अलावा कोहरे का रंग सफेद होता है, जबकि स्मॉग हल्का ग्रे या भूरा हो सकता है. मौसम ठंडा होने और आद्रता बढ़ने की वजह से आसमान में कोहरा बढ़ता है, जबकि स्मॉग तापमान गिरने के बाद प्रदूषण के बढ़ने से बनता है।