चंडीगढ़, 11 सितम्बर,
हिम नयन न्यूज़/ ब्यूरो/ वर्मा।
भारतीय सामाजिक मनोरोग संघ (Indian Association for Social Psychiatry) का 32वां राष्ट्रीय सम्मेलन 12 से 14 सितम्बर तक पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ में आयोजित किया जाएगा। इस तीन दिवसीय वैज्ञानिक सम्मेलन में देश-विदेश के प्रख्यात मनोचिकित्सक, शोधकर्ता और विशेषज्ञ मानसिक स्वास्थ्य के सामाजिक आयामों पर अपने विचार रखेंगे।
सम्मेलन का शुभारंभ 12 सितम्बर को होगा। अध्यक्षीय संबोधन संघ के अध्यक्ष प्रो. देबाशीष बसु देंगे। उद्घाटन दिवस पर “मानसिक स्वास्थ्य के सामाजिक निर्धारक” विषय पर विशेष संगोष्ठी आयोजित की जाएगी, जिसमें प्रो. एम.के. आइजैक, प्रो. आर.ए. कलीवायलील, प्रो. आर.के. चड्ढा और प्रो. आर.एस. मूर्ति अपने शोध और अनुभव साझा करेंगे।
सम्मेलन की मुख्य विशेषताएँ
विशिष्ट व्याख्यान: प्रो. टी.एस.एस. राव “महिला यौनिकता : सामाजिक मनोरोग का उपेक्षित पहलू” विषय पर एन.एन. डे ओरेशन प्रस्तुत करेंगे।
वैज्ञानिक सत्र: ग्रामीण भारत में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता, मानसिक रोगियों के अभिभावकों के लिए व्यापक हस्तक्षेप, शिक्षा और नशा मुक्ति से जुड़े सामाजिक पहलुओं पर चर्चाएँ होंगी।
प्लेनरी लेक्चर: डॉ. आर.सी. झिलोहा “पोस्ट-पैंडेमिक विश्व में मानसिक स्वास्थ्य” पर और डॉ. मनोज कुमार “समग्र मानसिक स्वास्थ्य देखभाल में सामाजिक निर्धारक” पर व्याख्यान देंगे

वाद-विवाद और पुरस्कार: युवा मनोचिकित्सकों के बीच “अकेलेपन जैसी समस्याओं के लिए केवल जैविक दृष्टिकोण कितना उचित है?” विषय पर बहस होगी। साथ ही विभिन्न पुरस्कार सत्र, ई-पोस्टर और क्विज़ प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाएगा।
सम्मेलन के अंतिम दिन “समुदाय आधारित मानसिक स्वास्थ्य देखभाल को सुदृढ़ करने के मार्ग” और “भौतिक परिवेश और मानसिक स्वास्थ्य” विषयों पर विशेष व्याख्यान होंगे। वैलेडिक्टरी सत्र के साथ 14 सितम्बर को सम्मेलन का समापन होगा।