/आपदा में भाजपा के सभी जनप्रतिनिधि दे हर संभव सहयोग – जयराम ठाकुर

आपदा में भाजपा के सभी जनप्रतिनिधि दे हर संभव सहयोग – जयराम ठाकुर

नेता प्रतिपक्ष ने प्रदेश हुए हादसे पर जताया दुःख, लोगों से सतर्क रहने की अपील की

आपदा राहत के लिए केंद्रीय नेतृत्व हिमाचल के संपर्क में, हर सहयोग का भरोसा

शिमला 1 अगस्त,
हिम नयन न्यूज/ ब्यूरो/ वर्मा

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश में बीती रात भारी बारिश से हुए हादसे पर दुःख जताते हुए लापता लोगों के सकुशल होने की प्रार्थना की। बारिश की वजह से जन-धन की हानि की सूचनाएं प्रदेश भर से मिल रही हैं।

पचास से ज़्यादा लोगों के लापता होने की और बाढ़ की चपेट में आने से बहुत से घरों को नुक़सान पहुंचा है। उन्होंने हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना भी की।

उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में भारतीय जनता पार्टी सरकार के साथ खड़ी है। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री से बात कर हर सहयोग देने की बात कही है। मैंने भी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बात कर हालात का जायज़ा लिया और केंद्रीय नेतृत्व को भी वस्तु स्थिति से अवगत करवा दिया है। गृहमंत्री अमित शाह ने राहत और बचाव कार्य के लिए हर आवश्यक संसाधन उपलब्ध करवाने का भरोसा दिया है।

एनडीआरएफ़ की टीमें हर स्थिति से निपटने को तैयार हैं और राहत तथा बचाव कार्य में जुटी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ख़तरनाक जगहों को अतिशीघ्र चिन्हित करवाए और वहां रह रहे लोगों के लिए उचित प्रबंध करे। जिससे कम से कम नुक़सान हो सके।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से भी बात कर उन्हें हिमाचल के वर्तमान हालात के बारे में बताया।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भारतीय जनता पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों तथा सभी स्तर के जनप्रतिनिधियों से राहत और बचाव कार्य में सरकार का पूर्ण पर सहयोग देने का आह्वान किया। नेता प्रतिपक्ष ने भी पार्टी से जुड़े लोगों से सभी प्रभावित परिवारों की मदद के लिए आगे आकर हर संभव मदद करने का निवेदन किया।

नेता प्रतिपक्ष ने सभी प्रदेश वासियों और पर्यटकों से आपदा के दौरान एहतियात बरतने की सलाह दी है। उन्होंने सभी को अनावश्यक यात्राओं से बचने, बच्चों को इधर-उधर ना जाने देने की सलाह दी। नदी-नालों से दूर रहने, आपात स्थिति में एक दूसरे की मदद करने और ख़तरनाक घोषित किए गए स्थानों को छोड़ देने का भी आग्रह किया।

उन्होंने सभी से प्रशासन का सहयोग करने, किसी संभावित ख़तरे के बारे में प्रशासन को अविलंब सूचित करने और प्रशासन के दिशा निर्देशों के पालन करने का भी निवेदन किया।