शिमला 24 अगस्त,
हिम नयन न्यूज़ /ब्यूरो /वर्मा
राज्यसभा चुनाव में खरीद-फरोख्त मामले की जांच पूर्व विधायक राजेंद्र राणा समेत तीन पूर्व विधायकों तक पहुंच गई है।
शिमला के बालूगंज पुलिस थाना में गत दिवस शुक्रवार को राजेंद्र राणा, देवेंद्र भुट्टो और केएल ठाकुर पुलिस की एसआईएटी के समक्ष पेश हुए।
जानकारी के मुताबिक यह पहला मौका है, जब तीनों पूर्व विधायक शिमला पुलिस की एसआईटी के सवालों का सामना करने पहुंचे।
राजेंद्र राणा और देवेंद्र भुट्टो कांग्रेस के विधायक रहे हैं। वहीं, केएल ठाकुर निर्दलीय विधायक थे। फरवरी माह में राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की और भाजपा की टिकट पर विधानसभा उपचुनाव लड़े। हालांकि तीनों को उपचुनाव में हार का सामना करना पड़ा।
बालूगंज थाना में , जहां पर तीनों से नौ घंटे पुलिस ने पूछताछ की। पुलिस थाना बालूगंज में तीनों विधायकों से सुबह साढ़े 11 बजे से लेकर रात करीब नौ बजे तक पूछताछ हुई।
तीनों पूर्व विधायकों से अलग-अलग राउंड में पूछताछ की गई।
बताया जा रहा है कि पूर्व विधायकों बिना मांगे ही केंद्र ने सुरक्षा दी है।
शिमला पुलिस की एसआईटी से पूछताछ से पहले मीडिया से बातचीत में सुजानपुर से पूर्व कांग्रेस विधायक राजेंद्र राणा ने कहा कि राज्यसभा में अपनी अंतर्रात्मा की आवाज सुनकर उन्होंने बाहरी प्रत्याशी के बजाय भाजपा के प्रत्याशी को वोट दिया, जिससे सरकार नहीं गिरती उल्टा सरकार ने सदस्यता रद्द कर दी।
उन्होंने कहा कि जहां तक फाइव स्टार होटल और हेलिकाप्टर में सफर करने की बात है, तो मैं साधन संपन्न हूं और आधी जिंदगी फाइव स्टार होटल्स में ही गुजारी है, सरकार चाहे तो इनकम टैक्स विभाग में शिकायत कर ले। राजेंद्र राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री झूठी गारंटियां देकर सता में आए हैं और मुख्यमंत्री से सरकार चल नहीं पा रही है।