चम्बा ( पांगी ) 27 सितम्बर,
हिम नयन न्यूज/ ब्यूरो /वर्मा
पांगी घाटी जो अपनी भौगोलिक कठिनाइयों और सीमित स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए जानी जाती है। वहीं एक बार फिर प्रदेश सरकार ने घाटी वासियों को संकट में डाल दिया हुआ है। जहां लोगों को अपनी छोटी से बीमारी का इलाज करवाने के लिए घाटी से बाहर का रूख करना पड़ता था। ऐसे में जब सर्जन डॉ विशाल शर्मा के पांगी आने वाले लोगों को बड़ी सहूलियत मिली हुई है।
प्रदेश सरकार की ओर से उनकी ट्रांसफर भरमौर सिविल अस्पताल कर दी गई है। सरकार के इस फैसले का लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया हुआ है।
पंगवाल एकता मंच से लेकर अन्य संगठनों ने शुक्रवार को आवासीय आयुक्त के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन भेजा हुआ है। जिसमें उन्होंने सरकार को कड़ी चेतावनी दी हुई है कि यदि तीनों दिनो के भीतर सर्जन डॉक्टर विशाल की ट्रांसफर नहीं रुकवाई गई तो घाटी में भूख हड़ताल व विरोध किया जाएगा।
सिविल अस्पताल किलाड़ में तैनात सर्जन डॉक्टर विशाल शर्मा का हाल ही में भरमौर सिविल अस्पताल में ट्रांसफर किया गया है। सर्जरी की सुविधाओं के अलावा डॉक्टर शर्मा ने क्षेत्र में कई चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया, जिसमें लोगों को मुफ्त जांच और इलाज का अवसर मिला। पांगी में एकमात्र अस्पताल है जहां सर्जन की सुविधा है।
पांगी घाटी के स्थानीय संगठन पंगवाल एकता मंच के अध्यक्ष त्रिलोक ठाकुर ने हाल ही में सर्जन डॉक्टर विशाल शर्मा के ट्रांसफर के खिलाफ चेतावनी दी है। उनका कहना है कि यदि प्रदेश सरकार तीन दिनों के भीतर डॉक्टर शर्मा का ट्रांसफर नहीं रोकती है, तो घाटी के 19 पंचायतों के लोग एकजुट होकर किलाड़ मुख्यालय में विरोध रैली के साथ भूख हड़ताल शुरू करेंगे। त्रिलोक ठाकुर ने बताया कि पांगी घाटी के लोग पहले से ही स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित हैं।