औधोगिक नगरी बीबीएन के आर्थिक विकास के लिए कलंक ।
नालागढ 23 अक्तूबर,
हिम नयन न्यूज/ ब्यूरो /वर्मा
औधोगिक नगरी बीबीएन को डम्पर मुक्त बनाने के लिए सरकार व प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयास धरातल पर खरे नही उतर रहे है । सरकार व प्रशासन द्वारा बीबीएन को रिहायश के काबिल बनाने के लिए जो प्रयास किए जा रहे है वह व्यवहारिक रूप से कार्यन्वित नही हो रहे है ।
औधोगिक नगरी बीबीएन में प्रदुषण को नियन्त्रित करने के लिए प्रशासन प्रयास रत है लेकिन इस क्षेत्र के व्यवहारिक समस्या प्रवासी मजदूरो के रिहायशी कालोनियो में सफाई के लिए प्रशासन व सरकार द्वारा कोई व्यवस्था नही बनाई है । मजेदार बात यह है कि इन कालोनियो में कूडा उठाने के लिए लगाए गए ट्रैक्टर व अन्य साधन भी यहां तक नही पहंुच पाते है । लोगो की माने तो खेडा का वार्ड नम्बर चार के आस पास कभी भी यह कूडा उठाने वाले ट्रैक्टर व अन्य लोग नही देखे गए । वर्तमान में सडको के किनारे लगे कूडे के ढेर इस व्यवस्था की पोल खोल रहे है । मजेदार बात यह है कि प्रशासन इस के लिए हर महीने लाखो रूपए खर्च रहा है लेकिन व्यवहारिक रूप से यह धरातल पर नही दिख रहा हेै ।
सरकार व प्रशासन की इस लापरवाही के चलते औधोगिक नगरी से ज्यादातर कामगार जिनकी आमदन अच्छी है वह पडौसी राज्यो हरियाणा ,चण्डीगढ व पंजाब के क्षेत्रो में जा कर रह रहे है , जिस से यहाां कमाने वाले अपनी आय का ज्यादा हिस्सा दूसरे राज्यो में खर्च करने के लिए मजबूर है और हिमाचल को इन की आमदन का कोई लाभ नही मिल रहा है । स्कूली बच्चो की फीस ,मकानो के किराए से लेकर राशन, दिनचर्या में प्रयोग होने वाले सभी उपभोग्य वस्तुओ की खरीददारी के लिए पडौसी राज्यो में धन का प्रयोग कर रहे है जिस से औधोगिक नगरी बीबीएन में इन की कमााई का कोई भी हिस्सा प्रयोग नही हो रहा है ।
हिमाचल सरकार व प्रशासन औधोगिक नगरी बीबीएन में रियाहशी कालोनियो में बेहतर सफाई व सुविधाएं उपलब्ध करवाने में सहयोग करे तो इस से हिमाचल में कमाने वाले लोगो के यहां रहने से हिमाचल के लोगो की आमदन भी बेहतर होने से इन्कार नही किया जा सकता है ।
वरिष्ठ नागरिक कल्याण संघ के अध्यक्ष नरेश घई सहित अन्य लोगो ने सरकार व प्रशासन से मांग की है कि औधोगिक नगरी बीबीएन में सफाई व्यवस्था का पुर्नावलोकन किया जाए और यहां बढ रहे गन्दगी के ढेरो से लोगो को निजात दिलवाई जाए ।