/पीजीआईएमईआर में मानव दूध बैंक ने तीसरी वर्षगांठ मनाई।

पीजीआईएमईआर में मानव दूध बैंक ने तीसरी वर्षगांठ मनाई।

चंडीगढ़ 15 फरवरी,
हिम नयन न्यूज/ ब्यूरो/नयना वर्मा

पीजीआईएमईआर में मानव दूध बैंक ने तीसरी वर्षगांठ मनाई गई।यह जानकारी देते हुए लोक संपर्क अधिकारी ने बताया कि 2022 में अपनी स्थापना के बाद से, दूध बैंक पोषण की ज़रूरत वाले अनगिनत बीमार और समय से पहले जन्मे बच्चों के लिए आशा की किरण रहा है।

उन्होंने बताया कि 1215 से ज़्यादा माताओं के उदार दान के ज़रिए, हम लगभग 750 लीटर स्तन दूध इकट्ठा करने में सक्षम हुए हैं, जिसे पाश्चुरीकृत करके लगभग 1000 शिशुओं को दिया गया है। इस अमूल्य संसाधन ने समय से पहले जन्मे शिशुओं में कई जटिलताओं को रोकने में मदद की है और उन लोगों के लिए जीवन रेखा रही है जो अपनी माताओं से पर्याप्त मात्रा में दूध प्राप्त करने में असमर्थ हैं।

स्तन का दूध न केवल पोषण का स्रोत है, बल्कि एक शक्तिशाली औषधि भी है जो शिशुओं में प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने और स्वस्थ विकास को बढ़ावा देने में मदद करता है। अपना दूध दान करने वाली माताओं के समर्पण और निस्वार्थता ने अनगिनत शिशुओं और उनके परिवारों के जीवन पर गहरा प्रभाव डाला है।

उन्होंने बताया कि जब हम पिछले 3 वर्षों पर नज़र डालते हैं, तो हम अपने दाताओं, स्वयंसेवकों और कर्मचारियों के अटूट समर्थन के लिए कृतज्ञता से भर जाते हैं, जिन्होंने दूध बैंक को सफल बनाया है। मिल्क बैंक पीजीआई उन लोगों को मानव दूध उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है जिन्हें इसकी सबसे अधिक ज़रूरत है और यह सुनिश्चित करना है कि हर बच्चे को वह पोषण मिले जिसके वे हकदार हैं।