क्या खनन माफिया / राजनीति का शिकार हुई इल्मा अफरोज
सामाजिक संस्थाओ ने इल्मा अफरोज को वापिस लाने की उठाई मांग ।
शिमला 8 नवम्बर,
हिम नयन न्यूज /ब्यूरो /वर्मा
पुलिस जिला बद्दी की पुलिस अधीक्षक इल्मा अफरोज़ विवादों के बीच लंबी छुट्टी पर मुरादाबाद रवाना हो गई हैं। इल्मा अफरोज़ ने बद्दी.बरोटीवाला.नालागढ़ (बीबीएन ) में सराहनीय कार्यों के लिए कई पुरस्कार प्राप्त किए हैं। वे इन मेडल और किताबों को समेटकर अपने साथ उत्तर प्रदेश ले गई हैं। उनके और दून के विधायक राम कुमार चौधरी के बीच टकराव चल रहा था। इल्मा अफरोज के यहां से चले जाने पर सामाजिक संस्थाओ ने सरकार के इस निर्णय का विरोध किया है ।
हिम परिवेश पर्यावरण संरक्षण संस्था ने एस पी इल्मा अफरोज के तबादले की कडी निंदा की है । नालागढ में आज संस्था के पदाधिकारियो ने एक आपात कालीन बैठक बुला कर सरकार को इस बारे में अपना निर्णय बदलने के लिए आग्रह किया है अन्यथा संस्था ने संघर्ष का रास्ता अपनाने की भी धमकी दी है ।
आज यहां लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह में पर्यावरण संरक्षण संस्था के पदाधिकारियो ने हिमाचल सरकार को ऐसी दबंग अधिकारी को पर्यावरण संरक्षण के लिए बद्दी में रखने की मांग उठाई । उन्होने इस बारे में संघर्ष करने की चेतावनी भी दी है । संस्था के अध्यक्ष नरेश घई ने बताया कि एस पी इल्मा अफरोज ने इस क्षेत्र के खनन माफिया के नाक में दम कर रखा था जिस के चलते खनन माफिया ने उनको यहां से बाहर करवा दिया ।
उन्होने बताया कि औधोगिक नगरी में अपराधो को कम करने तथा नशे का कारोबार कम करने के लिए एस पी ,इल्मा अफरोज ने सराहनीय कार्य किया । लेकिन सरकार ने कुछ भ्रष्ट लोगो के इशारे पर इस को यहां से बाहर कर दिया ।
मिली जानकारी के मुताबिक बद्दी की पुलिस अधीक्षक इल्मा अफरोज बुधवार रात शिमला से लौटने के बाद वीरवार को मां के साथ लंबी छुट्टी पर मुरादाबाद ,उत्तर प्रदेश रवाना हो गईं । बद्दी की एसपी इल्मा अफरोज़ ने अपना घर भी खाली कर दिया ।। इल्मा सात व आठ नवंबर को राज्य सचिवालय शिमला में होने वाले दो दिवसीय सम्मेलन की तैयारियों में जुटी थी लेकिन इसी दौरान सरकार की ओर से कुछ इस तरह के आदेश मिलने पर वह बद्दी आ कर लम्बी छृट्टी पर चली गई । जानकारी के मुताबिक अपने घर में मां का एक मात्र सहारा इल्मा अफरोज अपनी मां को साथ ले कर मुरादाबाद चली गई ।
इल्मा को बद्दी.बरोटीवाला.नालागढ़ (बीबीएन)में सराहनीय कार्यों के लिए कई संस्थाओं ने पुरस्कृत किया है। इल्मा ने 27 जनवरी, 2024 को पुलिस जिला बद्दी में पुलिस अधीक्षक का कार्यभार संभाला था।
इसके बाद से उनका दून के विधायक एवं मुख्य संसदीय सचिव राम कुमार चौधरी के साथ टकराव चल रहा था।15 अगस्त को कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक के नहीं पहुंचने पर विधायक नाराज हो गए थे। उसके बाद जब उद्योग मंत्री का पुलिस अधीक्षक कार्यालय में दौरा था तो उस दौरान विधायक वहां नहीं गए।
उसके कुछ समय बाद बद्दी पुलिस ने अवैध खनन मामले में विधायक के परिवार के लोगों के वाहनों का चालान भी किया था। सीपीएस ने विधानसभा सत्र के दौरान शिमला में पत्रकारों से बातचीत में एसपी की कार्यप्रणाली पर गंभीर आरोप लगाए थे। वहीं, विधानसभा में विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक इल्मा के तबादले की पहले भी तैयारी थी, लेकिन नालागढ़ में यौन शोषण प्रकरण में जांच के लिए प्रदेश हाई कोर्ट ने स्टेटस रिपोर्ट सौंपे जाने तक उन्हें बदलने पर रोक लगा रखी थी। इल्मा के नेतृत्व में पुलिस ने नशा तस्करों, खनन माफिया के नाको चने चबा रखे थे ।
इस दौरान औद्योगिक क्षेत्र में अपराध भी कम हुए। इसके साथ ही औद्योगिक क्षेत्र के सैकड़ों वंचित वर्ग के बच्चों को एसपी कार्यालय परिसर में निश्शुल्क शिक्षा देकर उन्हें मुख्यधारा में जोड़ने का प्रयास किया है। इल्मा अफरोज अपनी व्यस्त दिनचर्या के बीच महिलाओं से मिलती हैं और उनकी समस्याएं सुनती रही ।
लेकिन लोगों की मानें तो सरकारी नौकरी में बढ़ रहे राजनीतिक दखल के चलते इल्मा अफरोज को भी अपनी कर्मठता व कार्य की बेहतर रूप से करने के बावजूद कुछ ही समय में राजनीति का शिकार होना पड़ा।