/हिंदू-मुस्लिम एकता को तोड़ने वाली ताकतों को बेनकाब करने की जरूरत – बिलाल

हिंदू-मुस्लिम एकता को तोड़ने वाली ताकतों को बेनकाब करने की जरूरत – बिलाल

शिमला 17 जून,
हिम नयन न्यूज /ब्यूरो /वर्मा

भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष बिलाल अहमद ने आज एक बयान जारी कर कहा कि कुछ ताकतें जानबूझकर हिंदू-मुस्लिम सिख-इसाई की एकता को तोड़ने का प्रयास कर रही हैं। उन्होंने कहा कि 18 साल की एक मासूम बच्ची के साथ हुए अपराध को सांप्रदायिक रंग देकर समाज में नफरत फैलाने की साजिश की जा रही है।


बिलाल अहमद ने जोर देकर कहा कि यह घटना बेहद दुखद है, लेकिन इसे हिंदू-मुस्लिम के चश्मे से देखना गलत है। अपराधी का कोई धर्म नहीं होता, और इस मामले में भी अपराधी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, चाहे वह किसी भी समुदाय से हो। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या ऐसी घटनाओं को सांप्रदायिक रंग देकर समाज को बांटने की कोशिश नहीं की जा रही है?
उन्होंने कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में अल्पसंख्यक समुदाय को केवल वोटबैंक के रूप में इस्तेमाल किया गया, लेकिन उनकी वास्तविक समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया। बिलाल अहमद ने कहा कि भाजपा सरकार ने हमेशा सभी समुदायों के लिए समान विकास और सुरक्षा सुनिश्चित की है।


बिलाल ने अपील की कि इस तरह की घटनाओं को सांप्रदायिक रंग देने की बजाय, समाज को एकजुट होकर अपराध के खिलाफ लड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा इस दिशा में हर संभव प्रयास करेगा और समाज को जोड़ने का काम जारी रखेगा।

भाजपा नेता बिलाल ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से हिमाचल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल और विधायक सुखराम चौधरी सहित अन्य कार्यकर्ताओं पर सिरमौर के माजरा पुलिस थाना क्षेत्र में भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 के तहत दर्ज किए गए केस को पूरी तरह गलत, आधारहीन और राजनीति से प्रेरित करार दिया है।

बिलाल ने कहा कि यह केस कांग्रेस सरकार के इशारे पर प्रशासन द्वारा बीजेपी नेताओं को बदनाम करने और उनकी आवाज को दबाने की साजिश का हिस्सा है। उन्होंने बताया कि डॉ. राजीव बिंदल और अन्य बीजेपी कार्यकर्ता एक नाबालिग हिंदू लड़की के कथित अपहरण के खिलाफ शांतिपूर्ण धरना दे रहे थे, जो समाज के प्रति उनकी जिम्मेदारी और संवेदनशीलता को दर्शाता है। ऐसे में उन पर केस दर्ज करना न केवल अन्यायपूर्ण है, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों का भी हनन है।

उन्होंने कहा, “डॉ. राजीव बिंदल हिमाचल प्रदेश में बीजेपी के एक मजबूत स्तंभ हैं और उनकी समाज सेवा और नेतृत्व को दबाने की कोशिश कभी सफल नहीं होगी। हम इस मामले में कानूनी और लोकतांत्रिक तरीके से अपनी आवाज बुलंद करेंगे।” बिलाल ने यह भी चेतावनी दी कि यदि सरकार ने यह केस वापस नहीं लिया, तो भाजपा कार्यकर्ता पूरे प्रदेश में इसके खिलाफ शांतिपूर्ण आंदोलन तेज करेंगे। उन्होंने जनता से अपील की कि वे इस राजनीतिक षड्यंत्र के खिलाफ भाजपा के साथ एकजुट हों।