एनएचआईई के अभियंता ने लोगों की आशंका को नकारा।
सोलन ( नालागढ) 27 जून ,
हिम नयन न्यूज /ब्यूरो /वर्मा
औधोगिक नगरी बीबीएन में पिछले दो सालो से निर्माणाधीन फोर लेन के कार्य पर लोगो ने सवाल उठाने शुरू कर दिए है ।

लोगो की माने तो फोर लेन के निमार्ण मे विभाग ने यहां खड्डो पर बनने वाले पुलो की गहराई ज्यादा करने के बजाए उपर उच्चाई ज्यादा बढा कर मानको को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है ,जबकि भूमि कटाव के चलते और यहां वैध अवैध खनन के कारण खड्डो का स्तर नीचे की ओर जा रहा है जो भविष्य में इन पुलो के बेस को खोखला कर देगा और लोगो के जीवन से खिलवाड होगा ।

लोगो ने एनएचआईई द्वारा 15 /20 फीट ऊँची मिट्टी डाल कर उस पर कोलतार बिछाने की तकनीक पर भी सवाल उठाने शुरू कर दिए है ।
लोगो की माने तो एनएचआई द्वारा कच्ची मिट्टी को चार दिनो में रोलर घुमा कर उपर से एक पन्नी सी बिछा कर तारकोल बिछाई जा रही है जिस से भविष्य में रोड का नीचे बैठना स्वभावकि है ।
इस बारे में स्थानीय कामरेड समाजसेवक अधिवक्ता नरेश घई ने बताया कि बद्दी से नालागढ तक बनाए जा रहे इस फोरलेन में कई स्थानो पर कच्ची मिट्टी के उपर एक सीट बिछा कर कोलतार बिछाई जा रही है जो भविष्य में नीचे बैठनी स्वाभाविक है और रोड खराब होने से लोगो के लिए सिरर्दद बन जायेगा ।

इस बारे में एनएचआईई के प्रभारी अभियंता दिनेश पुनिया से बात की गई तो उन्होने हिम नयन न्यूज को बताया कि रोड के बैठने का सवाल ही नही उठता क्यूकि रोड पूरी तरह कम्पैक्ट हो जाता है और पानी उसके अंदर जाने का सवाल ही पैदा नही होता।उन्होंने बताया कि साईड में रोड के पानी के ड्रेन भी बनाया जा रहा है जिस से रोड को काई भी डैमेज नही होगा ।
उन्होन पुलो की फाउडेशन को नदियों/ खड्डो की भूमि कटाव और खनन के कारण पैदा होने वाले खतरे पर कहा कि इस तरह का कोइ भी मामला उनके ध्यान में नही आया है जहां खड्डो का स्तर नीचे जा रहा हो ।
उन्होंने बताया कि खड्डो के खनन पर प्रशासन भी नजर रखता है और इस तरह की सम्भावनाए नही है ।