शिमला 1 अगस्त,
हिम नयन न्यूज/ ब्यूरो/ वर्मा
एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसिन शाहिदी ने हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की घटना पर बताया कि एनडीआरएफ की करीब 14 टीमें हिमाचल में तैनात हैं। कुल्लू, मंडी, शिमला में बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं।
आज सुबह ही हमारी दो टीमें मंडी के लिए तैनात की गई है। कुल्लू में भी बचाव कार्य जारी है। रामपुर में भी बादल फटा है, वहां छह लोगों को बचाया गया है। तीन लोगों की मृत्यु हुई है और 52 लोग लापता हैं।
आनी के निरमंड में दो जगह, कुल्लू के मलाणा, मंडी जिले के थलटूखोड़ व चंबा जिले में बादल फटे हैं। बादल फटने से कई मकान, स्कूल और अस्पताल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। तीनों जगह पर करीब 50 लोग लापता हो गए हैं। चार शव बरामद हुए हैं। यहां 35 लोग सुरक्षित बचाए गए हैं।
बादल फटने की घटना के बाद मंडी के पधर के सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान आज बंद कर दिए गए हैं। डीसी ने आदेश जारी किए हैं।मंडी के थलटूखोड़ में आधी रात बादल फटने से तबाही मच गई। यहां मकान ढहने की सूचना है।
सड़क कनेक्टिविटी भी ठप हो गई है। मौके के लिए एसडीआरएफ समेत अन्य टीमें रवाना हो गई हैं। थलटूखोड़ पंचायत प्रधान कली राम ने बताया कि तेरंग और राजबन गांव में बादल फटने की घटना हुई है। घटना में कई लोग लापता है। तीन घर बहने की सूचना है।
जानकारी मिली है कि पधर उपमंडल के थलटूखोड़ में बादल फटने की घटना में नौ लोग लापता हैं, एक शव बरामद किया गया है। जबकि 35 सुरक्षित हैं। मंडी जिला प्रशासन ने रेस्क्यू के लिए एयरफोर्स को अलर्ट किया है। मदद की जरूरत होने पर सेवाएं ली जाएंगी।
मिली जानकारी के मुताबिक डीसी अपूर्व देवगन और रेस्क्यू टीमें पैदल ही प्रभावित क्षेत्र के लिए जा रही हैं। मौके पर मौजूद स्थानीय प्रशासन राहत कार्यों में जुटे हैं। सड़कें और रास्ते टूटने के कारण घटनास्थल तक पहुंचने में दिक्कत आ रही है।
इसके अलावा, शिमला-कुल्लू सीमा पर बादल फटने से तबाही मची है। कई मकान, स्कूल और अस्पताल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कई लोगों के लापता होने की खबर है।
मिली जानकारी के मुताबिक कुल्लू के निरमंड इलाके में बादल फटा है। इससे भारी नुकसान हुआ है। 36 से अधिक लोगों के लापता होने की खबर है।निरमंड ब्लॉक के झाकड़ी में समेज खड्ड में हाइड्रो प्रोजेक्ट के नजदीक बादल फटने की सूचना मिली है।
गुरुवार सुबह तड़के बादल फटा है। घटना स्थल के लिए उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप और पुलिस अधीक्षक संजीव गांधी भी मौके पर पहुंचे।
सड़क कई जगह बंद होने के कारण टीम दो किलोमीटर पैदल ही घटना स्थल पर पहुंचने के लिए प्रयास कर रही है।
उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप ने कहा कि आईटीबीपी, स्पेशल होम गार्ड की टुकड़ी को भी रेस्क्यू दल में शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि रेस्क्यू कार्यों में सारी टीमें एक जुट होकर कार्य कर रही हैं। एंबुलेंस सहित सभी आधारभूत सुविधाएं रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल की गई है।कुल्लू जिले के मलाणा नाले में भारी बारिश के दौरान बादल फटने से मलाणा वन और मलाणा टू पावर प्रोजेक्ट को भारी क्षति पहुंची है।
भारी बारिश के बाद पार्वती नदी का भी जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बढ़ गया है। जिया, भुंतर सहित नदी तट पर लगते तमाम क्षेत्रों से लोगों को अपने घर खाली कर सुरक्षित जगह जाने की अपील की गई है। इसके साथ-साथ ही व्यास और तीर्थन नदियों में भी जलस्तर बढ़ा हुआ है। सभी से नदी नालों से सुरक्षित स्थानों पर रहने के लिए अपील की गई है।
कुल्लू जिले के निरमंड इलाके के बागीपुल में 8-10 मकान बह गए हैं। जिसमें पटवार खाना, होटल, दुकानें भी शामिल हैं। बागीपुल में सात से दस लोगों के लापता होने की सूचना है। इसमें एक ही परिवार के सात लोग लापता बताए जा रहे हैं। तहसीलदार मौके पर हैं। कोयल खड्ड तक सर्च अभियान शुरू किया जा रहा है। निरमंड में कई पुल बह गए हैं, अधिकतर सड़कें बंद हैं। बागीपुल में बस स्टैंड का नामोनिशान मिट गया है। 15 गाड़ियां पानी में बह गई हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक समेज खड्ड में बादल फटने की घटना से प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण करने के लिए प्रदेश मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू राजस्व मंत्री के साथ शिमला से हेलीकॉप्टर के माध्यम से रवाना हुए। मौके पर पहुंच पर प्रभावितों से मिलेंगे और बचाव के कार्यों का निरीक्षण करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक की सूचना के अनुसार 50 लोग लापता हैं। अधिकारियों के साथ बैठक ली है। हिमाचल के लोगों से अनुरोध कि वे नदी-नालों के किनारे न जाएं। एयरफोर्स को भी तैयार रहने को कहा है। सभी अधिकारी जायजा ले रहे हैं। राजस्व मंत्री के साथ मौके के लिए रवाना हुए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात हुई है।