/चौथी पीढी के स्वागत के लिए एयर पोर्ट पंहुचे जानकी दास मन्दिर के संस्थापक नरेन्द्र एैरी “पंछी”।

चौथी पीढी के स्वागत के लिए एयर पोर्ट पंहुचे जानकी दास मन्दिर के संस्थापक नरेन्द्र एैरी “पंछी”।


भारत आने पर पुष्प वर्षा करके व फूलो का हार पहना कर किया पड पौत्र मौक्ष ऐरी का स्वागत ।

पंजाब (कपूरथला) 13 फरवरी
हिम नयन न्यूज /ब्यूरो/ वर्मा

जानकी दास मन्दिर के संस्थापक नरेन्द्र एैरी ” पंछी ” ने अपनी जीवन की लम्बी यात्रा के पडाव में गत दिवस अपने पडपौत्र के भारत आगमन पर स्वागत किया । मिली जानकारी के मुताबिक धार्मिक संस्थाओ से जूडे कवि व धर्म प्रचारक नरेन्द्र एैरी ” पंछी ” के पडपोत्र का न्यूजीलैण्ड से भारत की धरती पर पहला आगमन हर्षोउल्लास के साथ स्वागत किया गया । इस अवसर पर उनके साथ उनके बेटे बिमल एैरी व नीना एैरी भी मौजूद रहे ।

नरेन्द्र एैरी ” पंछी ” के पोत्र एन आर आई तरूष एैरी के सपुत्र मोक्ष एैरी भारत में पहली बार पदार्पण हुआ है जिस के स्वागत के लिए 92 वर्षीय नरेन्द्र एैरी ” पंछी ” सपरिवार व रिश्तेदारो के साथ अमृतसर ऐयर पोर्ट पर पंहुचे और पुष्प वर्षा करके अपने पडपौत्र मोक्ष एैरी व उसके माता पिता का स्वागत किया । उन्होने अपने पड पोत्र मोक्ष एैरी को पुष्प माला पहना कर अपनी खुशी का इजाहर किया और अपने परिवार की चौथी पीढी देखने पर खुशी जाहिर की ।

इस अवसर पर उन्होने बताया कि संसार में जीव की यात्रा लेनदेन का मेला माना जाता है लेकिन संसारिक सुख के लिए परमात्मा ने भी मानव रूप में आ कर समाज को शिक्षित करने के लिए यहां अनेक लीलाए की । उन्होने बताया कि मानव जीवन सर्वश्रेष्ठ है और वह सौभाग्यशाली है कि उन्हे स्वस्थ रहते हुए चौथी पीढी को देखने का सुअवसर प्राप्त हुआ ।

उनके पोत्र तरूष एैरी व पो़त्र बहु अधिवक्ता शितान्शु ठाकुर न्यूजीलैण्ड के स्थाई निवासी हो गए है उनका बेटा मोक्ष एैरी न्यूजीलैण्ड के पासपोर्ट पर भारत आया है । पड पौत्र से मिल कर पूरे परिवार ने खुशियां मनाई ।